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PM के स्वागत में तैयार राष्ट्र प्रेरणा स्थल:65 एकड़ में फैला पार्क SPG के कब्जे में, जर्मन हैंगर टेंट हटाया

लखनऊ की बसंतकुंज योजना में 65 एकड़ में बने कमल आकार के राष्ट्र प्रेरणा स्थल के लोकार्पण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 25 दिसंबर, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भव्य स्थल का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम को लेकर प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियों और भाजपा संगठन ने अंतिम तैयारियां पूरी कर ली है। SPG ने कार्यक्रम स्थल को अपने कब्जे में ले लिया है। सुरक्षा के लिहाज से जर्मन हैंगर टेंट को हटा दिया गया है। प्रेरणा स्थल के करीब 126 स्कूलों में छुट्‌टी करवा दी गई है। यहां सुरक्षाकर्मियों को रोका जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हेलिकॉप्टर से राष्ट्र प्रेरणा स्थल पहुंचेंगे। सबसे पहले भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीन दयाल उपाध्याय की 65-65 फीट ऊंची प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद म्यूजियम ब्लॉक जाएंगे। वहां डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी और पं. दीन दयाल उपाध्याय के जीवन, संघर्ष और विचारधारा पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म देखेंगे। पार्क को जनता को समर्पित करेंगे डॉक्यूमेंट्री देखने के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र प्रेरणा स्थल परिसर में विकसित पार्क को जनता को समर्पित करेंगे। इसके बाद वह मुख्य मंच पर पहुंचकर लोगों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के संबोधन को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। उनके भाषण का लाइव प्रसारण शहर के कई प्रमुख चौराहों पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग कार्यक्रम से जुड़ सकें। कई राज्यों के फूलों से सजाया पार्क लोकार्पण से पहले पूरे परिसर को फूलों और हरियाली से सजाया गया है। आंध्र प्रदेश, नैनीताल, दिल्ली और पुणे से करीब डेढ़ लाख सजावटी पौधे मंगाए गए हैं। गुलाब, गुलदाउदी, जाफरी, मैरीगोल्ड, पैनसूटिया, चांदनी, एरिका पाम, सैल्विया, मैक्सिकन कारपेट ग्रास और मधुकनी जैसे फूलों से परिसर को सजाया गया है। प्रतिमाओं के पास कमल आकार के फव्वारे बनाए गए हैं, जिनमें पानी के साथ गुलाब के फूल डाले गए हैं। वर्टिकल गार्डन भी लगाए गए हैं। एसपीजी ने अपने कब्जे में लिया स्थल प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर एसपीजी ने पूरे आयोजन स्थल की जांच पूरी कर ली है। डॉग स्क्वॉड ने चप्पे-चप्पे की तलाशी ली है। आयोजन स्थल को सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी निगरानी में ले लिया है। परिसर में 3 हेलीपैड बनाए गए हैं, जिनकी भी एसपीजी ने जांच की है। हेलिकॉप्टर से आगमन के कारण शहर के यातायात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 13 पार्किंग, 4600 बड़े वाहन होंगे खड़े कार्यक्रम में किसी भी तरह की कमी न रहे, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही स्थल का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी करने के निर्देश दिए थे। आयोजन में करीब 2000 बसों के आने का अनुमान है। इसके लिए 13 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जहां 2600 बसें और 2000 कारें खड़ी की जा सकेंगी। जर्मन हैंगर टेंट हटाया गया पीएमओ की टीम ने लोकार्पण से पहले आयोजन स्थल का दौरा किया। निरीक्षण के बाद सुरक्षा और प्रोटोकॉल को देखते हुए टीम ने परिसर से जर्मन हैंगर टेंट हटाने का सुझाव दिया। जिसके बाद उसे हटा दिया गया है। मंच पर बैठने वाले मेहमानों की सूची भी तैयार कर ली गई है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं। प्रधानमंत्री के स्वागत को लेकर भी खास तैयारियां की गई हैं। आयोजन स्थल के एक किलोमीटर के दायरे में प्रधानमंत्री के स्वागत में होर्डिंग लगाए गए हैं, जिससे पूरा इलाका उत्सव के माहौल में नजर आ रहा है। म्यूजियम होगा आकर्षण का केंद्र राष्ट्र प्रेरणा स्थल का मुख्य आकर्षण यहां बना विश्वस्तरीय म्यूजियम है। म्यूजियम के केंद्र में भारत माता की भव्य प्रतिमा स्थापित है, जिसके चारों ओर वातानुकूलित वीथिकाएं बनाई गई हैं। पहली वीथिका में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से जनसंघ के इतिहास, उसकी यात्राओं और नेतृत्व की जानकारी दी जाएगी। दूसरी में भाजपा की स्थापना से जुड़े चित्र, प्रोजेक्टर और डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं, जिनके जरिए जनसंघ से भाजपा तक की वैचारिक यात्रा दिखाई जाएगी। तीसरी में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित है, जहां उनके राजनीतिक संघर्षों को चित्रों, मूर्तियों और लेखन के माध्यम से दर्शाया गया है। उसके बाद जेल कोठरी की जर्जर दीवारें, पुराना कंबल, पानी का मटका और स्टील का गिलास उनके जीवन के अंतिम दिनों के संघर्ष को बयां करते हैं। दीवारों पर गेरुआ पत्थरों को तराश कर जनसंघ के शीर्ष नेताओं की आकृतियां उकेरी गई हैं और अटल बिहारी वाजपेयी की रचित पंक्तियां लिखी गई हैं। सुरक्षा बढ़ी, 126 स्कूल बंद रहेंगे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था तेज कर दी है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में बताया कि कार्यक्रम की ड्यूटी के लिए 22 दिसंबर से बड़ी संख्या में पीएसी, आईआरपीएफ और नागरिक पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी लखनऊ पहुंचने लगेंगे। इन सुरक्षाकर्मियों के ठहरने के लिए 126 स्कूलों और अन्य स्थानों को चिह्नित किया गया है। प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि इन सभी स्कूलों और स्थानों को 22 दिसंबर से 25 दिसंबर की रात तक अपने कब्जे में लिया जाए। इसकी जानकारी संबंधित स्कूलों के प्रधानाचार्यों व प्रबंधकों को जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से दे दी जाए।


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