‘KGMU में जूनियर महिला डॉक्टर के यौन शोषण और धर्मांतरण के प्रयास के आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर रमीजुद्दीन नायक उर्फ रमीज मलिक के खिलाफ जरूर कार्रवाई होगी। बहुत जल्द उसकी गिरफ्तारी भी होगी। यह एक लोग का काम नहीं है। इसमें गैंग है। कोई भी इन्वॉल्व होगा या उसका कोई आका भी होगा तो वह भी बेनकाब किया जाएगा। प्रकरण को लेकर सीएम योगी से भी मिलूंगी।’ यह कहना है उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान का। KGMU में लव जिहाद और धर्मांतरण के प्रयास के मामले में वह शनिवार को KGMU पहुंचीं। उन्होंने कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद से मुलाकात की। पूरे प्रकरण और एक्शन का स्टेटस पूछा। इसके बाद दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने उनसे बात की। पढ़िए इस बातचीत के प्रमुख अंश… सवाल : KGMU कुलपति से आज आपकी भेंट हुई, क्या बातचीत हुई? जवाब : KGMU में जो धर्मांतरण और लव जेहाद वाले मामले को लेकर कुलपति से बात हुई है। उनका भी यह कहना है कि यदि इसमें कोई और लोग इन्वॉल्व होंगे। या फिर उनकी संलिप्तता जांच में सामने आएगी, तब उनके खिलाफ जरूर एक्शन होगा। साथ ही उन्होंने भरोसा दिया कि पुलिस, महिला आयोग समेत सभी की जांच में चिकित्सा विश्वविद्यालय पूरा सहयोग करेगा। इसके अलावा विशाखा कमेटी की जो कुछ भी फाइंडिंग होगी, उसे वह तत्काल शेयर करेंगी। महिला आयोग पीड़िता को 100% न्याय दिलाएगा। उसको ही नहीं, कोई भी महिला जो किसी भी मामले में पीड़िता है, उसके साथ महिला आयोग हमेशा खड़ा है। हालांकि, इस मामले की पीड़िता से अब तक हमारे भेंट नहीं हुई, पर उसको न्याय मिलेगा, ये एक हजार फीसदी तय है। सवाल : क्या इस मामले में आपको KGMU की तरफ से कोई लापरवाही या फिर एक्शन में देरी भी सामने आई? जवाब : विशाखा जैसी कमेटियों की एक बैठक की रिपोर्ट से निष्कर्ष पर निकलना ठीक नहीं है। अकेले एक रिपोर्ट से कुछ निचोड़ निकल कर सामने आएगा, ऐसा मानकर भी नहीं चलना चाहिए। पर इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी में ऐसी घटना होना सामान्य बात नहीं है और ऐसा लगता है कि जरूर कुछ न कुछ लोग आरोपी के मददगार होंगे। पर वह जहां कही भी हो, जमीन में होगा तो वहां से भी खोदकर निकाल लाएंगे। मेरा तो यह मानना है कि लव जेहाद जैसी घटनाएं, कैंसर से भी घातक बीमारी हैं। ये किसी एक के लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए कैंसर हैं। इनके इलाज में देरी कतई ठीक नहीं है। इसके अलावा मैं ये भी कहना चाहूंगी कि हम सिर्फ विशाखा कमेटी पर भी डिपेंड नहीं रहेंगे। आयोग अपने सोर्स के जरिए भी गहन पड़ताल कर रही है। बस मुझे ये कहना है कि यदि पीड़िता हमारा थोड़ा साथ दे तो निश्चित तौर पर हम इस पूरे सिंडिकेट को बेनकाब कर देंगे। और यदि इसमें किसी फैकल्टी या किसी अन्य का भी इन्वॉल्वमेंट होगा तो भी उसे सामने लेकर आएंगे। सवाल : क्या इस मामले में आपको पुलिस की कार्रवाई में देरी भी लग रही है? जवाब : मेरा तो हमेशा ही मानना है कि देर होती है तो इसमें भी कुछ ना कुछ अच्छा छिपी है। यदि पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी में कुछ समय लग रहा है तो हो सकता है कि वह अपने आकाओं के पास छिपा हो, पर यदि ऐसा हैं तो हम उसे भी ढूंढ़कर निकालेंगे। उसके पकड़े जाने पर हम उस पूरे गैंग की जानकारी जुटा पाएंगे। ये गैंग जहां कहीं भी सक्रिय होगा, उसकी भी जानकारी मिल जाएगी। साथ ही ऐसे गैंग के मास्टरमाइंड की भी जानकारी मिल पाएगी। इस पूरे प्रकरण की जानकारी सीएम योगी को भी है, इसलिए पुलिस कोई ढिलाई नहीं बरतेगी। प्रदेश स्तर पर पहले भी ऐसे कई बड़े मामले सामने आए है। और सभी में कार्रवाई हुई तो इस मामले में कार्रवाई नहीं होगी, ये सवाल ही नहीं उठता। उसे पकड़ने में एक-दो दिन की देरी हो सकती है पर वह बच जाएगा ये संभव नहीं है। और मैं ये कहूंगी कि जिस दिन वो सामने आएगा, उसके सभी मददगार सामने निकल आएंगे। सवाल : इस मामले को लेकर आप और क्या करने वाली हैं? जवाब : मैं बहुत जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने वाली हूं। संभव है कि एक से दो दिन में उनसे भेंट होगी और इस मामले से जुड़ी सभी जानकारी उन्हें दी जाएगी। मेरा यही कहना है कि पीड़िता और उसके पेरेंट्स यदि मुझे मिलते हैं तो इस मामले में पूरी कार्रवाई होगी। अब पढ़िए पूरा मामला… पीड़ित महिला डॉक्टर ने सुसाइड की कोशिश की, तब सामने आया मामला पीड़ित महिला डॉक्टर KGMU से एमडी पैथालॉजी की पढ़ाई कर रही है। 17 दिसंबर को उसने दवा की ओवरडोज लेकर सुसाइड की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में KGMU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। 19 दिसंबर को उसे डिस्चार्ज किया गया। पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि KGMU से एमडी पैथालॉजी की पढ़ाई कर रहे डॉ. रमीज ने बेटी को लव जिहाद में फंसाया। उस पर शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया। जबकि, वह पहले से शादीशुदा है। फरवरी में वह हिंदू लड़की का धर्मांतरण कराकर उससे शादी कर चुका है। मुख्यमंत्री और राज्य महिला आयोग में शिकायत की पीड़ित के पिता ने मामले की राज्य महिला आयोग और मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। इसके बाद 22 दिसंबर को राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने पीड़ित के साथ प्रेस वार्ता करके कार्रवाई का आश्वासन दिया। 24 दिसंबर को विशाखा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद KGMU प्रशासन ने डॉ. रमीज को सस्पेंड करके परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दिया। आरोपी के खिलाफ के FIR भी दर्ज हो गई। 26 दिसंबर को कुलपति ने KGMU में कट्टरपंथी गतिविधियों की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई। कमेटी ने 27 दिसंबर को जांच शुरू कर दी। कमेटी 7 दिन में अपनी रिपोर्ट कुलपति को सौंपेगी। —————— संबंधित खबर भी पढ़िए… धर्मांतरण का आरोपी डॉक्टर लखनऊ से फरार:यूपी पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस से साधा संपर्क, MBBS बैचमेट से शादी के मिले साक्ष्य किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में धर्मांतरण का आरोपी डॉक्टर रमीजुद्दीन नायक उर्फ रमीज फरार हो गया है। यूपी पुलिस उसे खोज रही है। उत्तराखंड पुलिस से भी संपर्क साधा गया है। उधर, यूनिवर्सिटी की सेक्सुअल हैरेसमेंट जांच टीम भी उससे 2 दिन से संपर्क करने की कोशिश कर रही है लेकिन वह सामने नहीं आया। पूरी खबर पढ़ें
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