KGMU की टेलीमेडिसिन सेवाओं को और सशक्त बनाने के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना की मंजूरी मिली है। नोडल इंचार्ज डॉ. शीतल वर्मा द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव का उद्देश्य राज्यभर में ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म के माध्यम से दी जाने वाली टेली-परामर्श सेवाओं को अधिक सुरक्षित, मानकपूर्ण और विश्वसनीय बनाना है। आसानी से मिल सकेगा उपचार KGMU अब तक करीब आठ लाख मरीजों को टेलीमेडिसिन सेवाएं दे चुका है। अस्पतालों की ओपीडी में बढ़ते दबाव और सामान्य बीमारियों (जैसे बुखार, सर्दी-जुकाम) के कारण बढ़ती भीड़ को कम करने में यह तकनीक वरदान साबित हो रही है। इस नए केंद्र के माध्यम से डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सटीक रोग पहचान, उपचार और प्रभावी संवाद कर सकें। इनको मिलेगा बड़ा फायदा डॉ. शीतल वर्मा ने बताया कि इस पहल से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि घर बैठे मिलने वाला परामर्श भी अस्पताल जितना ही प्रभावी हो। इससे विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के मरीजों को समय पर विशेषज्ञ सलाह, उचित दवाएं और आवश्यक रेफरल मिल सकेंगे।
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