मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गुरुवार को कानपुर के सीएसए में जरूरतमंद परिवार के जोड़ों की शादियां कराई जाएंगी। कार्यक्रम में 600 से ज्यादा जोड़े एक दूजे के हो जाएंगे और नए जीवन की शुरुआत करेंगे। इस दौरान एक ही पांडाल में वैदिक मंत्र और कुरान की आयतें गूंजेंगी। लेकिन इस सामूहिक विवाह में इस बार एक और विशेष बात रहेगी। विवाह में शामिल होने वाले सभी जोड़ों की बायोमीट्रिक पहचान की जाएगी। आधार का बायोमीट्रिक डेटा मैच होने के बाद ही जोड़ों को विवाह में शामिल होने के लिए भेजा जाएगा। अगर बायोमीट्रिक डेटा मैच नहीं होता है, तो जोड़े विवाह में शामिल नहीं हो सकेंगे। पहली बार होगी बायोमीट्रिक, मिलेगा पिंक बैंड
नोडल अधिकारी व सीडीओ दीक्षा जैन ने बताया कि पहली बार शासनादेश में शामिल किया गया है कि जोड़ों की बायोमीट्रिक पहचान की जाएगी। जिन लोगों ने विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, जब वह जोड़े कार्यक्रम में आएंगे तो उनकी पहचान की जाएगी। जोड़ों की बायोमीट्रिक पहचान के लिए अलग से स्टॉल लगाया गया है, जिसमें जोड़ों का आधार डेटा वेरिफाई किया जाएगा। बायोमीट्रिक पहचान होने के बाद जोड़ों को पिंक बैंड दिया जाएगा, जिससे यह पता चलेगा कि उनकी बायोमीट्रिक हो चुकी है। अगर बायोमीट्रिक डेटा मैच नहीं होता है तो जोड़े विवाह में शामिल नहीं हो सकेंगे। 635 जोड़ों के हुए हैं विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन समाज कल्याण विभाग की देखरेख में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह की तैयारी की जा रही हैं। योजना का लाभ लेने के लिए इस साल 635 जोड़ों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें से 17 जोड़े मुस्लिम हैं। इन सभी 17 जोड़ों का मुस्लिम रीति रिवाज से निकाह कराया जाएगा। वहीं विवाह में शामिल होने वाले 618 जोड़ों का हिंदू रीति रिवाज से विवाह कराया जाएगा। सामूहिक विवाह के लिए सीएसए के स्टेडियम के अंदर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं और अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के लिए मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। जिनकी देखरेख में सारा काम किया जा रहा है। कन्या के खाते में जमा होगी रकम
सामूहिक विवाह में शादी करने वाले जोड़ों को सरकार की ओर से उपहार भी दिए जाएंगे। पहले एक जोड़े की शादी में 51 हजार रुपए खर्च किए जाते थे। जिसके अब बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दिया गया है। इसमें से 60 हजार रुपए सीधे कन्या के बैंक एकाउंट में जमा किए जाते हैं। जबकि 25 हजार रुपए के उपहार उन्हें दिए जाएंगे। इसमें गद्दे, बेड, किचन का सामान जैसी चीजें होंगी। वहीं बचे हुए 15 हजार रुपए का इस्तेमाल भोजन और शादी के अन्य खर्चों के लिए किया जाता है। सीएम ऑफिस की टीम कर रही निगरानी
कानपुर में होने वाले मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह की तैयारियों में जहां लोकल प्रशासन जुटा हुआ है। वहीं दूसरी ओर लखनऊ से टीम भी कानपुर आई है और हर एक गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। कार्यक्रम में होने वाली पल-पल की गतिविधि की रिपोर्ट सीधे शासन को दी जा रही है। सीडीओ ने ली अधिकारियों की बैठक
कानपुर में गुरुवार को होने वाले सामूहिक विवाह की तैयारियों को लेकर सीडीओ व नोडल अधिकारी दीक्षा जैन ने अधिकारियों की बैठक ली। बुधवार को सीएसए मैदान में हुई बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सीडीओ ने सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है, जिससे गुरुवार का आयोजन बेहतर तरीके से पूरा किया जा सके। बिना बायोमीट्रिक के नहीं हो सकेगा विवाह
सीडीओ दीक्षा जैन ने बताया कि इस साल सामूहिक विवाह के शासनादेश में बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन को शामिल किया गया है। इसके लिए अलग से स्टॉल भी लगाया गया है। जो भी जोड़े शादी में शामिल होंगे, उनका वैरिफिकेशन होगा। इसके बाद ही वह शादी कर सकेंगे। बिना बायोमीट्रिक हाजिरी के शादी नहीं होगी। अगर डेटा मिसमैच होता है तो इसमें निदेशालय का मार्गदर्शन लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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