मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा उत्तर प्रदेश के युवा काफी प्रतिभाशाली हैं। यहां के युवाओं की मांग देश के साथ ही दुनिया के अन्य देशों में भी है। जो युवा यहां से इजराइल भेजे गए हैं, वे सवा लाख रुपये तक वेतन पा रहे हैं। सीएम ने पिपरौली ब्लॉक के नरकटहा में निर्मित राजकीय आईटीआई का लोकार्पण किया। लोकार्पण कार्यक्रम के बाद वह उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा जब अकुशल होता है तो कम मानदेय पाता है। कुशल होता है तो अच्छा वेतन पाता है। युवाओं को प्रशिक्षण से जोड़कर प्रदेश को देश और दुनिया के लिए कुशल मानव संसाधन का हब बनाया जाएगा। उन्होंने कहा देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश में 55 से 60 प्रतिशत जनसंख्या कामकाजी है। यह युवा वर्ग है। हमारा सौभाग्य है कि उत्तर प्रदेश, देश में सबसे युवा राज्य है। युवाओं को स्किल के साथ जोड़ना है। सीएम ने कहा कि आज जर्मनी व जापान जैसे कई देशों में कुशल युवाओं की मांग हो रही है।आईटीआई यहां की जरूरत है। जो उद्योग लग रहे हैं, उनमें यहां प्रशिक्षित युवा ही काम करेंगे। यानी उन्हें घर में नौकरी मिल सकेगी। गीडा से चार विधानसभा क्षेत्र सहजनवा, गोरखपुर ग्रामीण, खजनी व चिल्लूपार जुड़ गए हैं।
धुरियापार में भी उद्योग लग रहे हैं। जैसे गोरखपुर में अच्छे मैरेज हाल थे, वैसे दक्षिणांचल में गांव-गांव में रौनक है। विकास अब गांव तक पहुंचा है। पं. दीन दयाल उपाध्याय ने कहा था कि आर्थिक विकास का मापक बड़ी हवेली नहीं होती बल्कि अंतिम पायदान पर पहुंचे विकास से होती है। 8 सालों में केवल गीडा में 50 हजार लोगों को मिला रोजगार सीएम ने कहा कि हमने पिछले 8 सालों में गीडा में लगभग 15 हजार करोड़ का निवेश कराया है। इसके माध्यम से गीडा क्षेत्र में 50 हजार नौजवानों को सीधे नौकरी मिली है। यहां नए-नए उद्योग आ रहे हैं। सीमेंट की फैक्ट्री भी धुरियापार के पास लगने जा रही है। पहले जो किसान पराली जला देते थे, अब उससे आय अर्जित करेंगे। पराली जलाने से पर्यावरण को नुकसान होता था, खेत की उर्वरता भी कम होती थी। धुरियापार में लगे कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट में उसका उपयोग होगा। उसका पैसा भी मिलेगा। अब पर्यावरण भी बचेगा और आय भी होगी। पर्यावरण बचेगा तो हम स्वस्थ रहेंगे। आधुनिक बनाए जा रहे आईटीआई कालेज सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमने 150 से अधिक आईटीआई को टाटा कंपनी के साथ मिलकर आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ा है। आज ऐसी ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि युवा ड्रोन, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस, थ्रीडी प्रिंटिंग , रोबोटिक के बारे में जान सकें। इसलिए आईटीआई में दीर्घकालीन व अल्पकालीन पाठ्यक्रम की योजना बनाई गई है।
मत्स्य उत्पादन के लिए विश्व का चौथा रिसर्च सेंटर गोरखपुर में खुलेगा : डा. संजय कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने कहा कि मत्स्य उत्पादन के लिए विश्व का चौथा रिसर्च सेंटर गोरखपुर में खुलेगा। इसके सर्वे के लिए टीम यहां आयी है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो जनता में नकारात्मक सोच पैदा करती रहती हैं। यूपी को मत्स्य पालन क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रदेश बना रहे हैं। लगातार मछली उत्पादन में प्रथम पुरस्कार मिल रहा है। कोई ऐसा सेक्टर नहीं है, जहां सरकार ने विकास न किया हो। हम लोग अपने विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाएं। उत्तर प्रदेश ही ऐसा प्रदेश है जहां मछुआ कल्याण कोष बनाकर उसमें बजट दिया है। डा. संजय ने कहा कि जो हमें वोट नहीं दे रहे हैं, उन्हें भी मकान, अनाज व स्वास्थ्य की सुविधा दे रहे हैं। उन्होंने मांग की कि विश्वविद्यालय में मत्स्य उत्पादन से जुड़ा कोर्स शुरू कराया जाए, जिससे यहां के लोगों को पढ़ाई के लिए बाहर न जाना पड़ा। कार्यक्रम को सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ला ने भी संबोधित किया। 18 करोड़ की लागत से बनी है राजकीय आईटीआई पिपरौली में बना औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) का निर्माण पावरग्रिड कारपोरेशन आफ इंडिया की ओर से सीएसआर फंड से किया गया है। इसके निर्माण पर लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत आयी है। पिपरौली क्षेत्र का यह आईटीआई गोरखपुर का 11वां और पीपीपी मोड में संचालित होने वाला तीसरा राजकीय आईटीआई होगा। इस आईटीआई में गोरखपुर सहित आसपास के बच्चे तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
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