संभल में 6 दिसंबर (बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी) के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। जिले में 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है, जिसमें सत्यव्रत पुलिस चौकी पर बने कंट्रोल रूम से 300 कैमरे संचालित हो रहे हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। शनिवार को जनपद संभल के सभी 17 थाना क्षेत्रों में 6 दिसंबर को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। संभल कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कोट पूर्वी स्थित विवादित धार्मिक स्थल (शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर) की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बैरियर और बांस-बल्ली लगाकर बंद कर दिया गया है, ताकि कोई असामाजिक तत्व वहां न पहुंच सके। विभिन्न नेताओं के आवासों वाले मोहल्लों और गांवों में भी पुलिस की चौकसी बढ़ाई गई है। इनमें थाना नखासा क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय में सपा सांसद जियाउर्रहमान, थाना रायसत्ती क्षेत्र के मोहल्ला मियां सराय में सपा विधायक इक़बाल महमूद और संभल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में AIMIM चेयरमैन पति चौधरी मुशीर खां का आवास शामिल है। प्रदर्शन या ज्ञापन को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों पर पैनी नजर रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि पुलिस बल को जगह-जगह तैनात किया गया है। मुख्य बाजारों से लेकर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में फुट पेट्रोलिंग की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से लगातार निगरानी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 19 नवंबर 2024 को सिविल सीनियर डिवीजन कोर्ट चंदौसी में हिंदू पक्ष ने संभल की शाही जामा मस्जिद को श्रीहरिहर मंदिर होने का दावा पेश किया था। न्यायाधीश आदित्य कुमार सिंह ने उसी दिन सर्वे के आदेश जारी किए, जिसके बाद लगभग एक घंटे तक सर्वे का काम हुआ। दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर 2024 को हुआ था। दूसरे चरण के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और एसपी, सीओ, एसडीएम सहित 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस घटना के बाद सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इक़बाल महमूद के पुत्र सुहैल इक़बाल सहित 2200 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। तभी से विवादित धार्मिक स्थल सहित पूरे संभल शहर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
https://ift.tt/k7JL8xX
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply