सचेंडी के कैंधा बाजार में स्थित देशी शराब ठेके के बगल से गुजर रहे नाले में कारवालो नगर निवासी 40 वर्षीय अखिलेश विश्वकर्मा की लाश मिलने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। लाश बुरी तरह सड़ने की वजह से जहां मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया, वहीं रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि अखिलेश की मौत उसी दिन 18 नवंबर को हो गई थी, जिस दिन वह घर से लापता हुआ था। परिजनों का आरोप है कि थाने में शिकायत करने पर भी गुमशुदगी नहीं दर्ज की गई, तब पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सचेंडी पुलिस ने कार्रवाई की। 18 नवंबर को कैंधा जाने की बात कहकर निकला था रायपुरवा के कारवालो नगर निवासी अखिलेश विश्वकर्मा इलेक्ट्रीशियन के साथ प्राइवेट नौकरी भी करता था। परिवार में मां हीरावती, पत्नी कंचन व तीन बेटियां वंशु, वंशिका और दीपाली हैं। छोटे भाई कमलेश ने बताया कि 18 नवंबर की सुबह अखिलेश अपनी पत्नी से कैंधा निवासी अपने दोस्त प्रेम नाथ और मनोज से मिलने जाने की बात कहकर घर से निकले थे। घर न पहुंचने पर दोस्तों से पूछताछ की लेकिन कोई जानकारी नहीं हुई। आरोप है कि 19 नवंबर को सचेंडी थाने में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर 21 नवंबर को सचेंडी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। वहीं सोमवार को कैंधा बाजार के पास मिले शव की शिनाख्त अखिलेश के रूप में की। दोस्त-यार के घर जाने की बात कह टरकाती रही पुलिस परिजनों का आरोप है कि जिस दिन वह घर से निकले थे, उसी दिन हत्या कर शव फेंक दिया था। जबकि पुलिस तलाशने के बजाय बल्कि किसी दाेस्त-यार के घर में जाने की बात कहते हुए थाने से टरकाती रही। सचेंडी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट ने बताया कि मौत का कारण स्पष्ट होने पर बिसरा सुरक्षित किया गया है। तहरीर मिलने पर मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
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