सरदार सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सोमवार को चार सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। संगठन ने प्रशासन का ध्यान जनहित से जुड़े गंभीर मुद्दों की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया। धरने के माध्यम से प्रमुख मांगों में से एक जनपद में 40 किलोमीटर के दायरे में संचालित तीन टोल प्लाजा को तत्काल बंद करने की मांग की गई। सरदार सेना के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी बृजेश पटेल ने कहा कि यह केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री के स्पष्ट निर्देशों का उल्लंघन है, और इन्हें बंद करने से आम लोगों को अनावश्यक आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी। चौधरी बृजेश पटेल ने चीनी मिलों द्वारा बिना वैध परमिट के भारी ट्रालों के खुलेआम संचालन पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इससे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन आरटीओ विभाग और संबंधित प्रशासनिक इकाइयां कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही हैं, जिससे आमजन की सुरक्षा से खिलवाड़ हो रहा है। संगठन ने तीसरी मांग के रूप में डबल डेकर बसों की अवैध पार्किंग पर प्रभावी अंकुश लगाने की बात कही। चौधरी बृजेश पटेल के अनुसार, अवैध पार्किंग के कारण यातायात व्यवस्था बाधित होती है और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। चौथी और अहम मांग किसानों से जुड़ी है। सरदार सेना ने किसानों के गन्ना बकाया का लंबे समय से लंबित भुगतान शीघ्र कराने की मांग की, ताकि उन्हें आर्थिक संकट से राहत मिल सके। धरने के दौरान शिवशंकर चौधरी, रवि वर्मा, विनय चौधरी, सुधाकर पटेल, परमात्मा यादव, पुष्कर, आकाश सहित बड़ी संख्या में सरदार सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। संगठन ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
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