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15 दिन से पति ने ढंग से खाना नहीं खाया:मेरठ में BLO की पत्नी ने कहा- 17 घंटे काम कर रहे, मैं भी उनका काम करती

मेरठ में एसआईआर के काम में लगे बीएलओ मोहित चौधरी ने तनाव में आकर जहर खा लिया। गनीमत रही कि जान बच गई। मोहित को फौरन परिजन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचा लिया। लेकिन काम का इतना तनाव कि मोहित के लिए सुसाइड करने की नौबत आ गई। आरोप है कि मोहित के सुपरवाइजर ने उसे बार-बार सस्पेंड करने की धमकी दी थी। इस पूरे मामले में पीड़ित बीएलओ मोहित की पत्नी ने बताया कि पति 17 घंटे काम कर रहे, पिछले 15 दिनों से हमारी जिंदगी एकदम बदल गई है। जो सोचा नहीं था। बीएलओ की पत्नी ने पूरा कहानी बताई। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…. पहले घटना के बारे में जानिए
भावनपुर थाना क्षेत्र के मुरलीपुर गांव के रहने वाले मोहित चौधरी सिंचाई विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें पल्लवपुरम क्षेत्र के डोरली गांव में बीएलओ ( ब्लॉक लेवल अधिकारी ) की भी जिम्मेदारी दी गई है। मोहित की पत्नी ज्योति ने बताया कि जहर खाने से 30 मिनट पहले उनके मोबाइल पर मोहित की कॉल आई थी। मोहित ने सुपरवाइजर पर आरोप लगाए थे कि वह बार-बार फोन कर परेशान कर रहे हैं। सस्पेंड कराने की धमकी दे रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही विभागीय यूनियन के लीडर आशीष शर्मा और अन्य कर्मचारी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया। यूनियन का आरोप है कि अत्यधिक काम का दबाव और उत्पीड़न ही मोहित के इस आत्मघाती कदम की मुख्य वजह है। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए, एसीएम दीपक कथूरिया, नायब तहसीलदार आदेश सिंह और पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा। अधिकारियों ने अस्पताल में मोहित चौधरी की हालत को पता किया। यूनियन के सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की। अब बीएलओ की पत्नी का दर्द पढ़िए…
मोहित की पत्नी ज्योति ने बताया- मोहित के पिता स्वदेश कुमार सिंचाई विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात थे। 2015 में उनकी मृत्यु हो गई थी। मृतक आश्रितों में मोहित चौधरी को सिंचाई विभाग में ही वरिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी मिल गई। 2020 में मेरी और मोहित की शादी हुई। मैं परीक्षितगढ़ के रहने वाली हूं। हमारी 3 साल की बेटी आराध्या है। घर में हम तीनों के अलावा मेरी सासू मां और मोहित की छोटी बहन मोहिनी है। बीएलओ के काम में ओवर वर्कलोड
ज्योति ने बताया- शादी के बाद हंसी-खुशी जीवन व्यापन हो रहा था। लेकिन निर्वाचन आयोग के एसआईआर सर्वे में ड्यूटी लगने के बाद परिवार बिखरने की कगार पर आ गया। परिवार के मुखिया मोहित जो पत्नी, बेटी, मां और छोटी बहन के साथ खुश रहते थे। बीएलओ का वर्कलोड बहुत ज्यादा था। सबसे पहले इन्होंने फार्म डिस्ट्रिब्यूट किए, वो फार्म कलेक्ट होने थे। काफी फार्म तो मेरे हसबैंड ने कलेक्ट कर लिए थे, लेकिन बहुत से फॉर्म कलेक्ट नहीं हो सके। बार-बार मेरे पति लोगों के घर जाकर उनसे फार्म जमा करने की बात कह रहे थे। लेकिन लोग फार्म फिल करके देने के लिए तैयार नहीं है। कोई फार्म नहीं देता है। मेरे पति बार-बार लोगों के घरों के चक्कर काटकर थक चुके हैं। पति का स्ट्रेस कम करने मैं भी उनका काम करती
इससे ज्यादा क्या ही करें? अपने पति का स्ट्रेस कम करने के लिए मैं भी उनके साथ हेल्प करने लगी। फार्म फीडिंग में उनकी मदद करती। रात को मैं खुद जागकर इनके फार्म ऑनलाइन फीड कर रही हूं। पिछले 15 दिन से हमारी जिंदगी बिल्कुल ऐसी ही हो गई है। पति खुद बताते थे कि उन्हें इतना स्ट्रेस है। खाना, पीना भूल चुके हैं। सोना भी भूल गए मुश्किल से एक घंटा सो रहे थे। क्योंकि फार्म फीडिंग वाली साइट रात को स्मूथली वर्क करती है। दिन में हैवीलोड के कारण साइट भी हैंग होने लगती है।
दिन में बूथ पर काम करते हैं और रात को आकर फार्म फीडिंग का काम करते थे। इसलिए इतना डिप्रेशन में चले गए। हमारी पूरी लाइफ पटरी से उतर गई है। काम करा रहे, लेकिन ट्रेनिंग नहीं दी
ज्योति आगे कहती हैं कि सबसे बड़ी बात बीएलओ को इस काम की कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई। अनट्रेंड लोग जो होते हैं वो कैसे काम करेंगे। वो काम जाहिर सी बात है गलत ही होगा। सही तो करेंगे नहीं। अब काम में टाइम बहुत लग रहा है।
फिर समय से काम नहीं करने पर सुपरवाइजर आशीष चौधरी उन्हें सस्पेंड करने की धमकी दे रहा था। इसके अलावा गणना प्रपत्र नहीं लेने पर एफआईआर करने की विधि धमकी मिल रही थी। इन्हीं वजह से तंग आकर मोहित ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। बीएलओ मोहित बोले- यह सब काम का पार्ट, सभी परेशान हैं
बीएलओ मोहित ने बताया कि काम की वजह से डिप्रेशन हो गया था। इसमें किसी की गलती नहीं हैं। यह तो एक रूटीन का काम हैं। थोड़ा ज्यादा डिप्रेशन होने की वजह से ऐसा कदम उठाया गया। हालांकि अब स्वास्थ्य भी ठीक हैं। वरिष्ठ अधिकारियों पर भी दबाव था इसी वजह से उनके द्वारा दबाव बनाया गया था। दबाव नहीं काम तो सभी का है, ये भी एक चैन है जिसमें ये सब होता है। डीएम ने कहा- कोई दबाव नहीं था और काम भी अच्छा था…
डीएम डॉ. वी.के. सिंह ने बताया- प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि मोहित चौधरी के ऊपर किसी भी प्रकार का प्रशासनिक या कार्य संबंधी दबाव नहीं था। उनका कार्य प्रदर्शन भी संतोषजनक पाया गया है। जब उन पर कोई दबाव नहीं था और काम भी अच्छा था, फिर ऐसी क्या वजह थी कि उन्होंने पेस्टीसाइड का सेवन किया, यह जांच का विषय है। ——————- ये खबर भी पढ़ें… मेरठ में BLO ने खाया जहर, ICU में भर्ती:पत्नी बोलीं- सुपरवाइजर सस्पेंड करने की धमकी देते थे, काम का दबाव था यूपी के मेरठ में मंगलवार देर रात BLO मोहित चौधरी ने जहर खा लिया। परिवार वालों का कहना है कि वो काम के अधिक दबाव से परेशान थे। उसे गंभीर हालत में गढ़ रोड स्थित लोकप्रिय अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है, जहां हालत नाजुक बनी है। पढ़ें पूरी खबर….


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