गोरखपुर के 116 साल पुराने शैक्षिक संस्थान महात्मा गांधी इंटर कॉलेज ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब इस स्कूल में केवल छात्र ही नहीं, बल्कि छात्राएं भी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगी। आने वाले सत्र 2026-27 से स्कूल में लड़कियों के प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यह निर्णय ‘नारी शक्ति’ को सशक्त बनाने और बेटियों को बेहतर अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। फिलहाल क्लास 9 और 11 के लिए ही लिया जाएगा। आगे चल कर क्लास 6, 7 और 8 की भी कक्षाएं चलाने की योजना है। क्लास 9 में साइंस और क्लास 11 में मैथेमेटिक्स, बायोलॉजी और कॉमर्स के लिए एडमिशन लिया जाएगा। स्कूल के डायरेक्टर मंकेश्वर नाथ पांडे ने शुक्रवार को देवी शंकर सभागार में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। आज की जरूरत को देखते हुए पहल किया डायरेक्टर मंकेश्वर नाथ पांडे ने कहा- देश की आधी आबादी नारी शक्ति का है। जिनकी प्रतिभा को आज के समय में निखारने और संवारने की जरूरत है। बेटियों को अगर सही शिक्षा और सही दिशा निर्देश दिया जाए तो, बड़े से बड़े मुकाम को वो हासिल कर सकती हैं । आज इस जरूरत को देखते हुए विद्यालय ने इनको पढ़ाने का पहल किया है। उन्होंने कहा कि हम जैसे बेटों को पढ़ा रहें हैं, वैसे ही बेटियों को भी अच्छे शिक्षकों और आधुनिकतम सुविधाओं को उपलब्ध करा कर इनके सर्वांगीण विकास की कोशिश करेंगे। मंकेश्वरनाथ पांडे ने आगे कहा कि हमारे विद्यालय का इतिहास 116 वर्ष पुराना है। हम निरंतर प्रयासरत हैं कि गरीब बच्चों को अच्छी से अच्छी आधुनिकतम शिक्षा दी जाए। क्लास 9 और 11 के अगले सेशन से शुरू होगा एडमिशन
विद्यालय में लड़कियों का एडमिशन आगामी सत्र 2026 -27 से कक्षा 9 विज्ञान वर्ग और कक्षा 11 गणित, बायोलॉजी और वाणिज्य वर्ग में किया जाएगा। संतोष जनक परिणाम आने के बाद भविष्य में कक्षा 6 ,7 और 8 की भी चलाई जाएंगी इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर रामनाथ वर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य ओम प्रकाश सिंह, डॉ राजेश श्रीवास्तव आदि लोगों ने अपने-अपने विचार रखें । जानिए कॉलेज का इतिहास गोरखपुर के प्रतिष्ठित महात्मा गांधी इंटर कॉलेज (MGIC) की स्थापना 6 जनवरी 1909 को स्वर्गीय राय बहादुर राम गरीब लाल जी द्वारा की गई थी, जो पहले ‘गोरखपुर हाई स्कूल’ के नाम से जाना जाता था। यह एक ऐतिहासिक और पुराना लड़कों का कॉलेज (Boys School) है, जो कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा देता है। 1948 में महात्मा गांधी के नाम पर इसका नामकरण महात्मा गांधी इंटरमीडिएट कॉलेज किया गया। यह शहर के पुर्दिल पुर क्षेत्र में स्थित है और इसके निर्माण में स्वर्गीय ईश्वरी प्रसाद का महत्वपूर्ण योगदान था, इसलिए इसके मुख्य भवन को ‘ईश्वरी मंज़िल’ कहा जाता है। इस कॉलेज में कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा, विज्ञान, वाणिज्य और साहित्य के विषयों में दी जाती है।
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