बागपत में हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। जिले में 300 बीघा से अधिक खेतों में पानी भर गया है, जिससे किसानों को लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है। प्रभावित किसानों ने प्रशासन से जल्द सर्वे कराकर उचित मुआवजे की मांग की है। थाना चांदीनगर क्षेत्र के हरसिया और चमरावल गांवों के खेतों में हिंडन नदी का पानी घुस गया है। इन खेतों में दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है, जिससे गेहूं, आलू और सरसों सहित कई फसलें पूरी तरह खराब होने की कगार पर हैं। किसानों का कहना है कि जलस्तर अभी कम नहीं हो रहा है, जिससे फसलों को बचाने की कोई संभावना नहीं बची है। किसानों ने बताया कि वे इस स्थिति से काफी परेशान हैं और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ेगा। उनका यह भी कहना है कि पिछले कई वर्षों से हिंडन नदी के पानी से फसलें प्रभावित होती रही हैं, लेकिन उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल पाता। उन्होंने अधिकारियों से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर उचित मुआवजा दिलाने की अपील की है। अधिकारी भी इस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। बताया गया है कि संबंधित अधिकारी जल्द ही प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर निरीक्षण करेंगे और फसलों को हुए नुकसान का आकलन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के एनसीआर महासचिव प्रदीप धामा ने कहा कि किसानों की फसलों को हुए नुकसान का समय पर मुआवजा दिलाया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से ऐसे बंदोबस्त करने की भी मांग की, जिससे भविष्य में किसानों की फसलों को इस तरह की बाढ़ से बचाया जा सके।
https://ift.tt/OA8CblY
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply