हापुड़ में तीन दिन की राहत के बाद शुक्रवार सुबह एक बार फिर घना कोहरा छा गया। तड़के से ही शहर और आसपास के इलाकों में कोहरे की मोटी चादर बिछी रही, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। घने कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता (विजिबिलिटी) बेहद कम हो गई। कई स्थानों पर लगभग 100 मीटर तक देखना भी मुश्किल हो रहा था। इसके चलते सुबह के समय वाहन चालकों को अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ी और वाहनों की रफ्तार काफी धीमी रही। कोहरे का असर यातायात व्यवस्था पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। मुख्य सड़कों और हाईवे पर वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ रहे थे, वहीं दोपहिया वाहन चालकों और पैदल राहगीरों को भी आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को ठंड और कोहरे के बीच घर से निकलने में कठिनाई हुई। हवा के बीच ठिठुरन बढ़ी मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को हवा की रफ्तार लगभग 6 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई, जिसके कारण कोहरा लंबे समय तक बना रहा। ठंडी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे ठिठुरन में और वृद्धि हुई। सुबह और शाम के समय ठंड का असर विशेष रूप से महसूस किया गया। मौसम विशेषज्ञ डॉ अब्बास अली ने बताया कि अनुमान है कि पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। ऐसे में तापमान में और गिरावट आ सकती है और ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है। प्रशासन और यातायात पुलिस ने वाहन चालकों से कोहरे के दौरान धीमी गति से वाहन चलाने, फॉग लाइट का उपयोग करने और सावधानी बरतने की अपील की है। लोग भी गर्म कपड़ों का सहारा लेकर ठंड से बचाव करते दिखे।
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