हाथरस में बाल विवाह मुक्त भारत की संकल्पना को लेकर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला कल्याण विभाग, हाथरस द्वारा पीबीएएस इंटर कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़ ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए बाल विवाह से संबंधित 100 दिवसीय विशेष अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत महिला कल्याण विभाग द्वारा जन-जन को बाल विवाह निषेध के विषय में जागरूक किया जा रहा है। मुख्य अतिथि रेनू गौड़ ने छात्र-छात्राओं को स्वामी विवेकानंद के चरित्र से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बाल विवाह को समाज के लिए एक बड़ा अभिशाप बताते हुए बालिकाओं को आगे बढ़ने के उचित अवसर प्रदान करने पर जोर दिया, ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके और वे देशहित में योगदान दे सकें।
उन्होंने छात्र-छात्राओं से बाल विवाह की जानकारी तुरंत महिला कल्याण और पुलिस विभाग को देने का भी आग्रह किया। कार्यक्रम में यूनिसेफ के राज्य सलाहकार इमरान सैयद ने बाल विवाह और उसके दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से बताया, जिससे छात्र-छात्राएं समाज में बाल विवाह रोकने के लिए प्रेरित हुए। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं ने स्वागत गान और बाल विवाह थीम पर नाट्य प्रस्तुति दी। इसके अतिरिक्त, छात्राओं ने बाल विवाह निषेध विषय पर पोस्टर और भाषण प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया, जिसमें उन्होंने कम उम्र में होने वाले विवाह के दुष्परिणामों को उजागर किया। मुख्य अतिथि ने विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश शुक्ला के साथ विजयी छात्रों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन महिला कल्याण विभाग की डीएमसी मोनिका दीक्षित ने किया। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर मैनेजर मनीषा भारद्वाज, संरक्षण अधिकारी विमल शर्मा, कनिष्ठ सहायक आसिफ खान, जेंडर स्पेशलिस्ट सीमा, आउटरीच कार्यकर्ता बंटी, कैलाश और मोहित सहित कई अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।कार्यक्रम में मौजूद राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़, विद्यालय की प्रधानाचार्य शिक्षक व अन्य विद्यार्थी।
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