सिकंद्राराऊ में देर रात सड़क हादसे के बाद बाजिदपुर पुलिस चौकी पर तैनात एक दरोगा द्वारा मृतक के साले को थप्पड़ मारने से लोगों का गुस्सा भड़क गया। आक्रोशित भीड़ ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और दरोगा को तत्काल निलंबित करने की मांग की। यह घटना सिकंद्राराऊ में हुई । रामनगर, थाना गंगीरी, जिला अलीगढ़ निवासी 40 वर्षीय राजकुमार पुत्र प्रेमवीर बाजिदपुर के पास एक ईंट भट्ठे पर काम करते थे। वे अपनी ससुराल मुबारकपुर में एक शादी समारोह से दावत खाकर अपने साथी रामपाल और कप्तान के साथ गांव लौट रहे थे। सुजावलपुर और बाजिदपुर के बीच एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में राजकुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रामपाल और कप्तान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अलीगढ़ भेजा गया। घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई और मृतक के ससुराल पक्ष के लोग भी पहुंच गए। आरोप है कि जब पुलिस राजकुमार के शव को वहां से हटा रही थी, तब उनके साले भूपेंद्र ने पुलिस से अनुरोध किया कि परिवार के कुछ और सदस्य आ रहे हैं, इसलिए शव को अभी न हटाया जाए। इसी बात को लेकर वहां मौजूद एक दरोगा की भूपेंद्र से बहस हो गई और दरोगा ने भूपेंद्र को थप्पड़ मार दिया। दरोगा को सस्पेंड करने की मांग दरोगा द्वारा थप्पड़ मारे जाने के बाद मृतक के परिवार और ससुराल के अन्य लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने दरोगा को निलंबित करने की मांग को लेकर सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। काफी समय तक हंगामा और जाम लगा रहा। सूचना मिलने पर सीओ सिकंद्राराऊ भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक राजकुमार अपने पीछे अपनी दिव्यांग पत्नी और तीन छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं।
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