हरदोई में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पूरी हो गई है। प्रशासन द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, जिले में औसतन 81.93 प्रतिशत मतदाता डिजिटाइज्ड पाए गए हैं, जबकि 18.07 प्रतिशत मतदाता ‘अनकलेक्टेबल’ श्रेणी में दर्ज किए गए हैं। ये आंकड़े विधानसभावार जारी किए गए हैं। जारी आंकड़ों के मुताबिक, विधानसभा 154 सवायजपुर में 84.11 प्रतिशत मतदाता डिजिटाइज्ड हुए हैं और 15.89 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ हैं। विधानसभा 155 शाहाबाद में 84.95 प्रतिशत डिजिटाइजेशन हुआ है, जबकि 15.05 प्रतिशत मतदाता ‘अनकलेक्टेबल’ श्रेणी में हैं। विधानसभा 156 हरदोई सदर में डिजिटाइजेशन की स्थिति कमजोर रही, जहां 73.82 प्रतिशत मतदाता डिजिटाइज्ड और 26.18 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ दर्ज किए गए। इसी क्रम में, विधानसभा 157 गोपामऊ में 84.00 प्रतिशत डिजिटाइजेशन के साथ 16.00 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ मतदाता सामने आए हैं। विधानसभा 158 सांडी में 84.74 प्रतिशत डिजिटाइजेशन और 15.26 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ दर्ज किए गए। विधानसभा 159 बिलग्राम–मल्लावां में 83.37 प्रतिशत मतदाता डिजिटाइज्ड हैं, जबकि 16.63 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ हैं। शेष विधानसभाओं में, 160 बालामऊ में 81.76 प्रतिशत डिजिटाइजेशन और 18.24 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ मतदाता पाए गए हैं। वहीं, विधानसभा 161 संडीला में 79.71 प्रतिशत डिजिटाइजेशन और 20.29 प्रतिशत ‘अनकलेक्टेबल’ का आंकड़ा सामने आया है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, ‘अनकलेक्टेबल’ श्रेणी में वे मतदाता शामिल हैं जो अपने पते पर नहीं मिले, स्थानांतरित हो चुके हैं, मृत हो सकते हैं या जिनका विवरण संदिग्ध पाया गया है। अधिकारियों का मानना है कि ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन और आगे की जांच प्रक्रिया में इन आंकड़ों में सुधार संभव है। SIR प्रक्रिया के बाद अब दावा-आपत्ति की प्रक्रिया के दौरान वास्तविक मतदाताओं को सूची में बनाए रखने और अपात्र नामों को हटाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम अंतिम सूची से नहीं हटने दिया जाएगा।
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