पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में 57 वर्षीय हथिनी अनारकली ने पहली बार एक साथ दो मादा शावकों को जन्म देकर इतिहास रच दिया है। रिजर्व में यह पहला अवसर है, जब किसी हथिनी ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया हो। इस अनोखी घटना के बाद रिजर्व में हाथियों की कुल संख्या 19 से बढ़कर 21 हो गई है। मां और दोनों नवजात पूरी तरह स्वस्थ बताए जा रहे हैं। तीन घंटे के अंतराल में दो जन्म वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता के अनुसार, अनारकली ने 21 नवंबर 2025 को पहले शावक को दोपहर 2:20 बजे खैरईया में जन्म दिया। इसके करीब तीन घंटे बाद, शाम 5:50 बजे उसने दूसरा शावक हिनौता स्थित हाथी कैंप में जन्मा। दोनों मादा शावकों को कड़ी निगरानी में रखा गया है और उनकी नियमित मॉनिटरिंग हो रही है। डॉ. गुप्ता ने इसे पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए “एक असाधारण और महत्वपूर्ण उपलब्धि” बताया। उनके अनुसार, बाघों के साथ-साथ हाथियों के कुनबे का बढ़ना वन संरक्षण के सफल प्रयासों का प्रतीक है। अनारकली को गुड़, गन्ना और घी के लड्डू फील्ड डायरेक्टर नरेश सिंह यादव ने बताया कि मां और दोनों शावकों की देखरेख के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। हथिनी अनारकली को अधिक दूध उत्पादन के लिए दलिया, गुड़, गन्ना और शुद्ध घी के लड्डू खिलाए जा रहे हैं। टीम लगातार उसकी सेहत पर नजर रखे हुए है। 38 साल पहले लाई गई थी अनारकली अनारकली को जून 1986 में 18 वर्ष की उम्र में सोनपुर मेले से पन्ना टाइगर रिजर्व लाया गया था। पिछले 39 वर्षों से वह रिजर्व में सेवाएं दे रही है। इस बार के जुड़वां बच्चों सहित वह अब तक कुल सात शावकों को जन्म दे चुकी है। हाथियों की संख्या बढ़ाने में उसका योगदान विशेष माना जाता है। जंगल सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं प्रशिक्षित हाथी अधिकारियों के मुताबिक, हाथियों की संख्या में यह बढ़ोतरी रिजर्व की संरचना और संरक्षण के लिए शुभ संकेत है। प्रशिक्षित हाथी बाघों की निगरानी, विशेषकर मानसून के दौरान दुर्गम क्षेत्रों में गश्त, और जंगल की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जहां फील्ड स्टाफ का पहुंचना मुश्किल होता है। यह दुर्लभ घटना पन्ना में वन्यजीव संरक्षण की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है और अनारकली एक बार फिर चर्चा का केंद्र बन गई है।
https://ift.tt/OglviaP
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply