सीतापुर के महोली कोतवाली क्षेत्र के रोहिला गांव में करीब चार साल पुराने हत्याकांड के मामले में फैसला आने से पहले ही दोनों पक्षों के बीच तनाव गहराता दिख रहा है। सोमवार की मध्यरात्रि गांव पहुंचे एक पक्ष का दूसरे पक्ष से विवाद हो गया। आरोप है कि विवाद के दौरान दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग और पथराव किया गया। तीन अलग-अलग पक्षों की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वही इस विवाद का एक एक सीसीटीवी भी सामने आया है। जानकारी के अनुसार गुरसंडा निवासी रजनीश मिश्रा ने बताया कि सोमवार रात करीब 12:50 बजे वह अपने मित्र सौरभ त्रिवेदी के साथ कार से रोहिला गांव स्थित ननिहाल गए थे। लौटते समय सौरभ के चचेरे भाइयों कार्तिक और दीपांशु ने रास्ता रोककर धमकाया और फायरिंग की। आरोप है कि दोनों ने पुराने मुकदमे में फंसाने जैसी धमकियां दीं और उनकी कार पर पथराव भी किया गया। घटना के बाद रजनीश ने सीएचसी में उपचार कराया और मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। वहीं, कार्तिक त्रिवेदी और दीपांशु ने सभी आरोपों को निराधार और मनगढ़ंत बताकर खारिज कर दिया है। इसी बीच गांव के अवधेश अवस्थी ने तीसरे पक्ष के रूप में कोतवाली में तहरीर दी। अवधेश के मुताबिक उनकी सौरभ त्रिवेदी, रजनीश मिश्रा, प्रशांत बाजपेयी और शिव किशोर शुक्ला से मुकदमे में पुरानी रंजिश है। आरोप है कि सुलह के दबाव से इनकार करने पर सोमवार रात करीब 2:15 बजे सफेद ऑल्टो कार से आए लोगों ने उनके दरवाजे पर गालियां दीं और फायरिंग की। तीनों पक्षों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सीओ नागेंद्र कुमार ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। सीओ ने बताया कि फिलहाल फायरिंग की पुष्टि नहीं हो सकी है, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मूल मुकदमे में नामजद अन्य लोग थे और देर रात धमकाने की बात संदिग्ध है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेगी।
https://ift.tt/VoUirxF
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply