संभल में भारतीय इतिहास संकलन समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में गीता मनीषी स्वामी कृष्णानंद झा ने श्रीमद् भगवद गीता को विश्व का सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ बताया। उन्होंने इसकी शिक्षाओं को आत्मसात करने का आह्वान किया।उक्त कार्यक्रम गुरुवार को संभल कोतवाली क्षेत्र के चंदौसी रोड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित किया गया। भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान, नई दिल्ली के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी कृष्णानंद झा ने अध्यापकों, अभिभावकों और छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। स्वामी झा ने कहा कि श्रीमद् भगवद गीता वह ग्रंथ है जो मानव को कर्तव्य पथ पर चलने की शिक्षा देता है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति गीता का अध्ययन कर उसकी शिक्षाओं को आत्मसात करता है, वह कभी अपने कर्तव्य से विमुख नहीं होता, बल्कि समाज के लिए एक आदर्श बन जाता है। कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष अनंत कुमार अग्रवाल ने स्वामी कृष्णानंद झा का आध्यात्मिक परिचय प्रस्तुत किया। श्रीमाली ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष विष्णु कुमार ने भी गीता के अध्ययन और उसकी शिक्षाओं को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर के.के. शर्मा, संजीव भटनागर, राकेश कुमार, वैभव सिंह, निरंकार सिंह गंगवार, विमलेश, राहुल, आशीष कौशल, सचिन और कौशल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इन सभी ने स्वामी कृष्णानंद झा, अनंत कुमार अग्रवाल, विष्णु कुमार और अजय कुमार शर्मा का स्वागत किया। उन्हें अंगवस्त्र और गीता भेंट कर तिलक लगाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय इतिहास संकलन समिति के जिलाध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने की। सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य शिव शंकर शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।
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