गोंडा में वित्त लेखा विभाग बेसिक में फैले भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठाने वाले विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनूप सिंह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की गई है। पुलिस ने इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट को पत्रावली भेजी है। यह कार्रवाई तब हो रही है जब अनूप सिंह को एक पुराने मामले में उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश मिला हुआ है। अनूप सिंह के खिलाफ 16 अप्रैल को अपहरण सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में लखनऊ उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने 5 दिसंबर को अगली सुनवाई तक स्थगन आदेश दिया था। मामले की अगली सुनवाई फरवरी 2026 में निर्धारित है, इसके बावजूद पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई प्रस्तावित की है। इस जानकारी के बाद शिक्षक संगठनों में नाराजगी है। शिक्षक संगठन के सदस्यों ने गोंडा कलेक्ट्रेट के प्रशासनिक अधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने इस पूरी प्रक्रिया को रोकने की मांग की है। सुनील सिंह ने गोंडा जिला मजिस्ट्रेट को एक शिकायती पत्र भी दिया है, जिसमें गैंगस्टर की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस दिन की घटना बताई जा रही है, उस दिन वे घर पर मौजूद नहीं थे और मुकदमा गलत तरीके से दर्ज किया गया है। सुनील सिंह ने यह भी कहा कि पुलिस उनके घर से सीसीटीवी फुटेज ले गई थी, जिसमें सारे साक्ष्य मौजूद थे। कई बार हम लोगों द्वारा मांग की गई लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा उसे नहीं दिया गया है और बिना जांच किए और अब गैंगस्टर की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गोंडा शिक्षक संघर्ष समिति के संयोजक सतीश पांडे ने इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले व्यक्ति के लिए गलत बताया है। उन्होंने कहा कि ज्ञापन सौंपने के बाद उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन मिला है। जांच के नतीजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सहसंयोजक गौरव पांडे ने कहा कि भ्रष्टाचार की आवाज उठाने पर ही इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है जो की पूरी तरीके से गलत है। अटेवा जिला अध्यक्ष अमर यादव ने कहा कि अगर यह कार्रवाई नहीं रुकी तो हम लोगों द्वारा एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा क्योंकि इस तरीके से कोई गलत कार्रवाई नहीं कर सकता है।
https://ift.tt/kzdit5j
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply