सोनभद्र जिले में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति गंभीर बनी हुई है। आकांक्षी जिले के रूप में नामित होने के बावजूद, यहां की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के भरोसे चल रही हैं, जिससे व्यवस्थाएं पटरी से उतरी हुई हैं। इसका एक उदाहरण ग्राम पंचायत नौडीहा के राजस्व गांव नाको में स्थित ए.एन.एम. सेंटर है। पचास वर्ष पूर्व निर्मित यह सेंटर आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहां न तो बिजली के खंभे पहुंच पाए हैं और न ही सुरक्षा के लिए चारदीवारी का निर्माण हुआ है। गुप्त काशी विकास परिषद के अध्यक्ष पंडित आलोक कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि सुविधाओं के अभाव में यहां तैनात कर्मचारी रहने को मजबूर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के विकास के दावों के बावजूद यह सेंटर उपेक्षित है। चतुर्वेदी ने कुछ माह पहले जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह को इस समस्या से अवगत कराया था। जिलाधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल उचित कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। हालांकि, कई माह बीत जाने के बाद भी इन निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। पंडित चतुर्वेदी ने एक बार फिर जिलाधिकारी का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर आकर्षित किया है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके और ए.एन.एम. सेंटर को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें।
https://ift.tt/euhY0rf
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply