सीतापुर में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। सदर तहसील क्षेत्र में एक प्लानर द्वारा करीब 6 बीघा सरकारी तालाब की भूमि पर कब्जा कर अवैध प्लाटिंग किए जाने का मामला सामने आया है। तालाब की पैमाइश के दौरान इस बड़े कब्जे का खुलासा हुआ, जिसके बाद जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलवाकर तालाब को मुक्त कराया। प्रशासनिक जांच में सामने आया कि शमां खान और उनके पति लल्लन खां द्वारा इस सरकारी तालाब की भूमि पर कब्जा किया गया था। कब्जे के बाद तालाब की जमीन को समतल कर अवैध रूप से प्लाटिंग शुरू कर दी गई थी, जिसे बेचने की तैयारी भी की जा रही थी। मामले की जानकारी मिलने पर प्रशासन ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश जारी किए। जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार सदर अतुल सेन के नेतृत्व में राजस्व विभाग और संबंधित प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। सबसे पहले तालाब की राजस्व अभिलेखों के अनुसार पैमाइश कराई गई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि करीब 6 बीघा क्षेत्रफल का सरकारी तालाब पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में था। स्थानीय लोगों में भी कार्रवाई इसके बाद अवैध कब्जे और प्लाटिंग को हटाने के लिए बुलडोजर से कार्रवाई की गई। इस दौरान तालाब की भूमि पर डाले गए भराव, बनाए गए रास्ते और अवैध रूप से विकसित किए जा रहे प्लाटों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों में भी कार्रवाई को लेकर चर्चा बनी रही। तहसीलदार सदर अतुल सेन ने बताया कि सरकारी तालाब और अन्य सार्वजनिक भूमि पर किसी भी तरह का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर क्षेत्रवासियों ने भी संतोष जताया और कहा कि तालाब जैसी सार्वजनिक संपत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त कराना बेहद जरूरी है।
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