गोंडा में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। एंटी करप्शन देवीपाटन मंडल की टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी चिकित्सा प्रतिपूर्ति भुगतान के नाम पर रिश्वत मांगने के आरोप में की गई है। बहराइच के आदमपुर गांव निवासी आशीष पांडे ने शिकायत दर्ज कराई थी। उनके पिता अंगद प्रसाद पांडे के 51,102 रुपये के चिकित्सा प्रतिपूर्ति भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह लगातार रिश्वत की मांग कर रहे थे। इससे परेशान होकर आशीष पांडे ने गोंडा एंटी करप्शन देवीपाटन मंडल थाने में शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर, एंटी करप्शन टीम ने आज वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह को पीड़ित आशीष पांडे से 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। गिरफ्तारी के बाद, टीम शशिकांत सिंह को गोंडा देहात कोतवाली ले गई, जहां उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस दोनों, वरिष्ठ सहायक शशिकांत सिंह और शिकायतकर्ता आशीष पांडे, से पूछताछ कर रही है। शशिकांत सिंह, जो बलिया जिले के सहतवार गांव के रहने वाले हैं, की स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति वर्ष 1996 में हुई थी। गोंडा एंटी करप्शन थाने के प्रभारी राज किशोर यादव ने बताया कि उनकी टीम ने यह कार्रवाई की है। उन्होंने पुष्टि की कि शशिकांत सिंह को सीएमओ कार्यालय से चिकित्सा प्रतिपूर्ति भुगतान के नाम पर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
https://ift.tt/l1a0Y5P
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply