बाराबंकी जिले की ग्राम पंचायत कुरौली में लखनऊ-अयोध्या हाईवे के पास गदिया रजबहा कट जाने से लगभग 100 बीघा आलू की फसल जलमग्न हो गई। इस घटना से क्षेत्र के किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग ने नहर की समुचित सफाई कराए बिना ही उसमें पानी छोड़ दिया। नहर में पहले से जमी गाद और अव्यवस्थित जल प्रवाह के कारण पानी खेतों में घुस गया, जिससे देखते ही देखते पूरी फसल डूब गई। प्रभावित किसानों में अशोक कुमार, वैभव पटेल, गिरजाकांत, सूरजभान और हरीलाल सहित कई अन्य शामिल हैं। किसान अशोक कुमार ने कहा कि सिंचाई विभाग की लापरवाही से उनकी मेहनत की कमाई पानी में बह गई है और सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए। घटना की सूचना मिलने पर ग्राम प्रधान अनिल कुमार ने सिंचाई विभाग के जेई को मामले से अवगत कराया। काफी देर बाद एक जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची और नहर की मरम्मत की गई, लेकिन तब तक फसल को भारी नुकसान हो चुका था। वहीं, सिंचाई विभाग के अधिकारी दिलीप अग्निहोत्री ने बताया कि किसी किसान द्वारा नहर खोले जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है और इसमें विभाग की कोई लापरवाही नहीं है। हालांकि, ग्राम प्रधान अनिल कुमार ने दावा किया कि विभागीय अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि बरौली की जगह गलती से कुरौली रजबहा खोल दी गई थी, जिसके कारण यह समस्या पैदा हुई। इस घटना के बाद से क्षेत्र के किसानों में भारी आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
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