मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत गुरुवार को सीएसए में हुए आयोजन में अव्यवस्थाओं पर विभाग सख्त हो गया है। शासन की ओर से जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह को समाज कल्याण निदेशालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है। उनके स्थान पर शिवम सागर को नया जिला समाज कल्याण अधिकारी नियुक्त किया गया है। मामले की जांच फिलहाल एडीएम सिटी डॉक्टर राजेश कुमार की अध्यक्षता वाली कमेटी कर रही है। जांच के सामने आया है कि 15000 लोगों के खाने के टेंडर में फर्म ने महज 5000 लोगों का ही खाना बनाया। इसके अलावा टेंट में बैठने की कुर्सियों को लेकर भी घालमेल किया गया है। बताते चलें आयोजन के दौरान अवस्थाओं की खबर को सबसे पहले दैनिक भास्कर न्यूज ऐप में प्रसारित किया था। एडीएम सिटी की कमेटी कर रही जांच आयोजन में 551 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया था। आयोजन में खाना खुलने के चंद मिनट बाद ही खाना खत्म हो गया। भूख से परेशान बाराती और जनाती के सामने रसगुल्ले की थाल आते ही लूट मच गई थी। व्यवस्थाओं पर प्रशासन ने एडीएम सिटी डॉ. राजेश कुमार की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की। शुक्रवार को कमेटी ने समाज कल्याण विभाग पहुंचकर टेंट, गिफ्ट और भोजन का काम लेने वाली दोनों फर्मों के टेंडर और खर्च से जुड़े अभिलेखों की गहन जांच की। जांच में सामने आया कि 2.39 करोड़ रुपये का टेंडर दिए जाने के बावजूद व्यवस्थाएं पूरी तरह से फेल रहीं। उपहार और लड्डू में भी हुआ घालमेल
उपहार सामग्री की जांच में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। शासनादेश के अनुसार जहां प्रत्येक जोड़े को 10 किलो लड्डू दिया जाना था, वहां सिर्फ 03 किलो का वितरण किया गया। उपहार में दी गई घड़ियों का साइज भी मानक से कम पाया गया। इन दो फर्मों को मिली थी जिम्मेदारी
समाज कल्याण विभाग ने ई-टेंडर से नेशनल कोऑपरेटिव कंस्ट्रक्शन फेडरेशन लिमिटेड को जोड़ों के उपहार वितरण का ठेका दिया था। वहीं, नेशनल फेडरेशन ऑफ फार्मर प्रोक्योरमेंट प्रोसेसिंग एंड रिटेलिंग कोऑपरेटिव ऑफ इंडिया लिमिटेड को टेंट और भोजन व्यवस्था का कार्य सौंपा गया था।
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