भाजपा सांसद अरुण सागर ने संसद में शाहजहांपुर में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (NIELIT) केंद्र स्थापित करने की मांग की है। उन्होंने नियम 377 के तहत यह मुद्दा उठाया, जिसमें डिजिटल शिक्षा, कंप्यूटर प्रशिक्षण और तकनीकी कौशल सुविधाओं पर जोर दिया गया। सांसद सागर ने बताया कि शाहजहांपुर जिला सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक दृष्टि से अत्यंत पिछड़ा हुआ है। यह मुख्य रूप से अनुसूचित जाति (SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) बहुल क्षेत्र है, जहाँ डिजिटल शिक्षा और तकनीकी कौशल की सुविधाएं लगभग न के बराबर हैं। इस कमी के कारण युवाओं, महिलाओं और छात्रों को रोजगार तथा कौशल विकास के अवसरों से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि शाहजहांपुर में NIELIT केंद्र का एक पूर्ण विकसित स्थायी केंद्र मंत्रालय की अपनी निधि से स्थापित किया जाए। सांसद ने 28 नवंबर को NIELIT गोरखपुर के निदेशक से प्राप्त एक पत्र का भी उल्लेख किया, जिसमें कहा गया था कि केंद्र की स्थापना तभी संभव है जब कम से कम 3000 वर्ग फुट का किराया-मुक्त, उपयुक्त और सुसज्जित भवन उपलब्ध कराया जाए। सांसद ने तर्क दिया कि जिले की आवश्यकताओं और जनसंख्या संरचना को देखते हुए, किसी छोटे या सीमित स्थान से अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाएगा। उन्होंने जोर दिया कि शाहजहांपुर जैसे पिछड़े जिले को एक पूर्ण विकसित, स्वतंत्र NIELIT डिजिटल साक्षरता एवं कौशल विकास केंद्र की आवश्यकता है, जिसमें कक्षाएं, कंप्यूटर लैब, परीक्षा इकाई और सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों। सांसद अरुण सागर ने कहा कि ऐसा केंद्र ही जिले के युवाओं को वास्तविक अवसर और गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान कर सकेगा। उन्होंने इस संबंध में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री को पत्र लिखकर अपनी मांग दोहराई है। सांसद ने बताया कि वह लगातार अपने जनपद के युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने के लिए सदन में अपनी बात को रखते आए हैं। आगे भी ऐसे ही उनके प्रयास जारी रहेंगे। NIELIT केंद्र स्थापित करने की मांग भी उन्होंने रखी है। पूरी उम्मीद है कि बहुत जल्द इस पर सकारात्मक जवाब मिलेगा।
https://ift.tt/qFhMkJX
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply