सहारनपुर में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव फंदे पर लटका मिला। लड़की के पिता का आरोप है कि सास-ससुर और पति ने स्कॉर्पियो के चक्कर में हत्या की। पिता ने कहा, एक दिन पहले रविवार को मैं चंडीगढ़ में था, तब बेटी का फोन आया था कि पापा ये लोग बोल रहे कि गाड़ी लेकर आओ, नहीं तो जान से मार देंगे। रात में 11 बजे बेटी के ससुर का फोन आया। उन्होंने बताया कि तुम्हारी बेटी ठंडी हो गई है। आ जाओ…। खबर सुनकर हम तुरंत वहां से निकले। उन्होंने बताया कि पुलिस के पहुंचने से पहले बेटी की ससुराल वाले फरार हो गए थे। बेटी की लाश अपने घर लेकर आए। फोरेंसिक टीम ने कमरे से सैंपल कलेक्ट किए हैं। अब विस्तार से पढ़िए… 21 महीने पहले हुई थी शादी
मामला थाना रामपुर मनिहारान के गांव जानखेड़ा का है। यहां रहने वाले चरण सिंह उर्फ सोनू ने बताया- मैं दीपांशी (24) का पिता हूं। बेटी दीपांशी की शादी 2 मार्च, 2024 को भूरा कॉलोनी निवासी राजेंद्र के बेटे विशाल से की थी। वह पेशे से वकील है। ससुराल में दीपांशी के साथ सास कमलेश, ससुर राजेंद्र रहते हैं। ससुर बिजनौर में सब इंस्पेक्टर हैं। शादी में हमने एक डिजायर कार, सोने-चांदी के आभूषण और कभी दान-दहेज दिया था। बड़ी गाड़ी लेकर आओ..तभी लड़की को रखेंगे
पिता सोनू ने बताया- दीपांशी ने शादी के बाद घर आकर बताया कि ससुराल वाले दान दहेज से खुश नहीं हैं। मुझे ताने मारते हैं कि हमारे यहां शादी में बड़ी-बड़ी गाड़ियां आती हैं। तुमने छोटी गाड़ी लाकर हमारी बेइज्जती की है। सास ने धमकाया कि अपने मायके से आना तो बड़ी गाड़ी लेकर आना। इसके बाद मैंने दीपांशी के ससुराल वालों से बात की। उन्हें काफी समझाया। उसके बाद दीपांशी को वापस ससुराल भेज दिया। लेकिन कुछ दिन बाद ये लोग वापस से दीपांशी को घर छोड़ गये। गाड़ी का दबाव बनाने लगे। दीपांशी ने बताया था कि पापा ये लोग आए दिन धमकी देते है कि अपने यहां से Scorpio N गाड़ी लाओ, नहीं तो तुम्हे जान से मार देंगे। इसके बाद मैंने करीब 20 दिन पहले फिर से विशाल, उसके पिताजी और माता जी को समझाया तो ये लोग मेरी लड़की को घर पर छोड़कर चले गये। बोले कि अगर अपनी लड़की को ससुराल भेजना है तो बड़ी गाड़ी में भेजना। तभी वहां रखेंगे। फिर हमने गांव की पंचायत की मदद ली। सभी लोगों ने इकट्ठा होकर समझौता कराया। तब जाकर ये लोग 24 नवंबर को बेटी को ससुराल लेकर गए। लेकिन इन लोगों ने उसे परेशान करना बंद नहीं किया। मेरी बेटी बहुत सीधी थी। वो सारा दर्द झेलती रही। पिता ने बताया- दो दिन से चंडीगढ़ अस्पताल में
पिता ने कहा, मैं दो दिनों से चंडीगढ़ हॉस्पिटल में पोते का इलाज करा रहा था। कल, 30 नवंबर को मेरे पास बिटिया का दोपहर करीब 2 बजे कॉल आया। उसने बताया कि ये लोग मुझे कह रहे है कि गाड़ी मंगवाओ, नहीं तो तुम्हे इस बार जान से मार ही देंगे। मैंने कहा- मैं अभी हॉस्पिटल में हूं। एक-दो दिन में आकर इन लोगों से बात करता हूं। लेकिन रात करीब 11 बजे मुझे किसी का फोन आया, कि तुम्हारी बेटी ठंडी हो गई है। उसे ले जाओ। ये सुनकर हमने घर पर फोन किया। वहां से 4-5 लोगों को ससुराल भेजा। वहां मेरी बेटी बेसुध हालत में थी। ससुराल के घर पर कोई नहीं था। तो मेरे घर वाले बेटी को रामपुर मनिहारन CHC ले जाया गया है। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता ने कहा- मेरी बेटी तो मर गई। लेकिन इन लोगों के खिलाफ मेरी रिपोर्ट दर्ज कर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। मेरी बेटी को बार-बार परेशान किया जाता था और उसकी आर्थिक मांगें पूरी न होने के कारण उसे मानसिक रूप से तोड़ा गया। पिता ने बेटी के पति रविंद्र ने ससुर, ससुराल पक्ष और गांव के कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। सीओ नकुड़ अशोक सिसोदिया ने बताया- लड़की पक्ष की और से मिली शिकायत के आधार पर सास–ससुर और पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। मामले में जांच की जा रही है। ………………… ये खबर भी पढ़ें बदायूं में जिस टैंकर से उतरा, उसी ने कुचला…VIDEO:महज 7 सेकेंड में चली गई जान, घर से डीजल लेने निकला था बदायूं में एक व्यक्ति को टैंकर ने कुचल दिया। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जिस टैंकर ने उसको कुचला, उससे वह 7 सेकेंड पहले ही उतरा था। पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। व्यक्ति डीजल के टैंकर में सवार होकर अपने गांव से बगरैन बाजार डीजल लेने आया था। मामला वजीरगंज थाना क्षेत्र का है। पढ़िए पूरी खबर
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