सहारनपुर देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव पीकी से धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि गांव में चंगेजी सभा लगाकर दलित परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। दलित समाज के 15 परिवारों के करीब 150 लोगों को ईसाई बनाया गया। ग्रामीणों के विरोध के बाद 10 परिवारों ने घर वापसी कर ली है। वहीं, 5 परिवार जिद पर अड़े हैं ओर विरोध करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। पुलिस लाइन में गांव पीकी के ग्रामीण पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि दलित समाज के गरीब लोगों को मोटी रकम का लालच, आर्थिक मदद और अन्य सुविधाओं के नाम पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए तैयार किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का ही एक व्यक्ति सुभाष, पादरी को अपने घर बुलाता है और लोगों का माइंड वॉश कर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए तैयार करता है। इतना ही नहीं, ईसाई धर्म में शामिल हो चुके लोगों ने गांव में जमीन खरीदकर चर्च निर्माण की कोशिश भी की। जब गांव के जिम्मेदार लोगों ने इसका विरोध किया तो निर्माण कार्य रुकवाया गया। इसके बाद से ही गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। गांव के कई युवा और बुजुर्ग गुरुवार को सहारनपुर एसएसपी कार्यालय पहुंचे और पूरी घटना की शिकायत करते हुए धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने की मांग की। ग्रामीणों ने कप्तान को बताया कि पैसे के लालच में कुछ लोग लगातार दलित परिवारों को बहका रहे हैं, जिससे गांव में सामाजिक खाई गहरी हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह धर्म परिवर्तन का खेल महीनों से चल रहा है और अब गांव में शांति व्यवस्था बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है। पुलिस प्रशासन ने शिकायत प्राप्त होने की पुष्टि करते हुए जांच शुरू करने की बात कही है। गांव में मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों में डर, गुस्सा और असुरक्षा की स्थिति बनी हुई है। मामला अब तेजी से विवाद का रूप लेता जा रहा है। पढ़िए…लोगों ने क्या कहा… शुभम का कहना है कि हमारे गांव के कुछ लोग इसाई धर्म में जा रहे हैं। एक युवक मानकपुर गांव से आया हुआ है, वो कहता है कि ईसाई धर्म में आ जाओं। कुछ लोग कह रहे हैं कि हमें ईसाई धर्म में आकर फायदा हुआ है, हमारी बीमारी दूर हो गई है। अभी तक 15 परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया था। जिसमें से 10 परिवारों की घर वापसी करा दी गई है। वे पैसा देने का भी लालच देते हैं। लोकेश का कहना है कि गांव से 15 परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया गया था। जिसमें से 5 परिवारों ने अभी तक घर वापसी नहीं की है। ये सभी एससी थे, पैसो का लालच देते हैं। ये एजेंट है, गांव में चर्च भी बनाने की बात हो रही थी। लेकिन वो हमने रुकवा दिया है। एसएसपी से शिकायत की है। विक्की का कहना है कि 5 साल से एससी समाज के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने का लालच दिया जा रहा है। पहले वे इनकी चंगेजी सभा में जाते थे, उसके बाद उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया था। ईसाई धर्म के कुछ लोगों ने चर्च बनाने के लिए जमीन भी ले ली। उसमें चर्च बनाना चाह रहे थे, जिसका लोगों ने विरोध किया। 15 परिवारों में से 5 परिवार नहीं मान नहीं रहे हैं। जब उनसे कहा तो उन्होंने हमारे ही मुकदमा करा दिया। रविवार को चंगेजी सभा लगाता है। इन लोगों को खाद्य सामग्री देता है।
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