सहारनपुर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कोडीनयुक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी के मामले में बड़ा एक्शन लिया है। प्रशासन ने विशाल राणा और विभोर राणा की जीआर ट्रेडिंग कंपनी अबॉट हेल्थकेयर का औषधि विक्रय लाइसेंस रद्द कर दिया है। यह कार्रवाई उस समय हुई, जब ईडी की टीम राणा बंधुओं के घर पर छापेमारी कर रही है। 13 नवंबर 2025 को औषधि निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह ने जीआर ट्रेडिंग कंपनी का निरीक्षण किया। फर्म के गेट पर मौजूद गार्ड अंकुश शर्मा ने अधिकारियों को बताया कि कंपनी लगभग एक साल से बंद है। यहां किसी प्रकार की दवाइयों का क्रय-विक्रय नहीं हो रहा है। फर्म मालिक विभोर राणा भी मौके पर नहीं मिले। इसके बाद विभाग ने 15 नवंबर को नोटिस भेजा, लेकिन वह भी डाक से वापस लौट आया। इसके बाद फर्म से स्पष्टीकरण तलब किया गया। वहीं, अभी राणा बंधुओं के ठिकाने पर ईडी की छापेमारी जारी है। टीम दस्तावेज खंगालने में जुटी है। कागजों में बिक्री, असल में बांग्लादेश तस्करी STF की जांच में सामने आया कि GR ट्रेडिंग के लाइसेंस UP11208000171 और UP11218000171 विभोर राणा पुत्र गजराज राणा के नाम पर थे। विभोर राणा के खिलाफ FIR संख्या 182/2024, थाना सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ में IPC की गंभीर धाराएं 420, 467, 468, 471, 34, 120B, 201 दर्ज है। STF के मुताबिक, 2018 में विभोर राणा और विशाल सिंह ने GR ट्रेडिंग के नाम पर At Healthcare Pvt. Ltd. की सुपर डिस्ट्रीब्यूशन ली। इसके बाद कोडीनयुक्त Fensidyl कफ सिरप को फर्जी फर्मों के जरिए कागजों में बेचा गया, जबकि असल स्टॉक बांग्लादेश के तस्करों तक पहुंचाया गया। फर्जी फर्मों का जाल, काले कारोबार की फैक्ट्री STF रिपोर्ट में यह भी दर्ज है कि Maruti Medicos (हरिद्वार) और AB Pharma (दिल्ली) जैसी फर्जी फर्में बनाकर कोडीन आधारित दवाओं का नेटवर्क खड़ा किया गया। इस खेल में सचिन, बिट्टू, अभिषेक शर्मा समेत कई नाम सामने आए हैं। औषधि निरीक्षक के अनुसार, फर्म में नारकोटिक श्रेणी की दवाइयां स्टोर की जाती थीं और अवैध तस्करी की निरंतरता बनी हुई थी, जिससे भविष्य में अपराध दोहराए जाने का खतरा था। लाइसेंस रद्द, 3 महीने में अपील का मौका इन तमाम तथ्यों के आधार पर सहारनपुर औषधि विभाग ने GR ट्रेडिंग कंपनी, शास्त्री नगर के पक्ष में जारी दोनों औषधि लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए। फर्म और आवास पर नोटिस चस्पा किया गया है। नियमों के तहत तीन महीने के भीतर अपील का विकल्प दिया गया है। ईडी की 10 घंटे तक चली छापेमारी शुक्रवार को शास्त्री नगर कॉलोनी स्थित एबट हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड और अन्य फार्मास्युटिकल ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा। सुरक्षा के मद्देनजर CRPF के जवान तैनात रहे। ईडी टीम ने डिस्ट्रीब्यूशन दस्तावेज, बिक्री रिकॉर्ड, स्टॉक रजिस्टर, बिल, GST और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच की। करीब 10 घंटे तक चली कार्रवाई में कर्मचारियों से पूछताछ की गई और मोबाइल, लैपटॉप, बैंक पासबुक, लेजर व संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए। 11 नवंबर को हुई थी गिरफ्तारी 11 नवंबर को STF ने विभोर राणा, उसके भाई विशाल सिंह, बिट्टू कुमार और सचिन कुमार को गिरफ्तार किया था। जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल तक कोडीन सिरप सप्लाई करता था। इसके तार बांग्लादेश से जुड़े होने की भी पुष्टि हुई। इसके बाद कपिल विहार निवासी अभिषेक शर्मा और शुभम शर्मा की गिरफ्तारी ने पूरे नेटवर्क को और बेनकाब कर दिया।
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