राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार समारोह में सहारनपुर के प्रसिद्ध शिल्पकार मोहम्मद दिलशाद को ‘शिल्प गुरु पुरस्कार-2024’ से सम्मानित किया। उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान लकड़ी पर नक्काशी की श्रेणी में शीशम की लकड़ी से निर्मित अत्यंत आकर्षक और सूक्ष्म नक्काशी वाले सेंटर टेबल के लिए प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने दिलशाद की पारंपरिक लकड़ी नक्काशी की उत्कृष्ट कलाकारी की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय हस्तशिल्प विश्वभर में अपनी पहचान बना रहा है। ऐसे हुनरमंद शिल्पकार इस विरासत को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं। बारीक नक्काशी और डिजाइन की महीन कारीगरी देखने लायक सहारनपुर के रहने वाले मोहम्मद दिलशाद पिछले कई वर्षों से लकड़ी पर नक्काशी की पारंपरिक कला को संजोने और निखारने का काम कर रहे हैं। उनकी बनाई कृति में बारीक नक्काशी और डिजाइन की महीन कारीगरी देखने लायक है, जिसने जूरी सदस्यों को खासा प्रभावित किया। स्थानीय हस्तशिल्प उद्योग के जानकारों का कहना है कि दिलशाद का यह सम्मान पूरे सहारनपुर की काष्ठ कला को राष्ट्रीय मंच पर नई पहचान दिलाता है। उनकी उपलब्धि से जिले के अन्य कारीगरों को भी प्रेरणा मिलेगी। यह पुरस्कार उनके लिए गर्व का विषय सम्मान मिलने के बाद दिलशाद ने कहा कि यह पुरस्कार उनके लिए गर्व का विषय है और वह आने वाले समय में भारतीय पारंपरिक शिल्प को विश्व पटल पर ले जाने के लिए पूरी मेहनत जारी रखेंगे। सूक्ष्म नक्काशी से निर्मित उनकी अद्भुत कृति ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हासिल की, बल्कि उत्तर प्रदेश की बहुमूल्य हस्तशिल्प परंपरा को भी एक नई राष्ट्रीय पहचान प्रदान की है। सहारनपुर के हस्तशिल्प उद्योग से जुड़े लोगों ने दिलशाद को इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी है और उम्मीद जताई है कि यह सम्मान स्थानीय कारीगरों के लिए भी नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।
https://ift.tt/QhBmTZp
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply