सहारनपुर में मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। मंगलवार सुबह तकरीबन 6:30 बजे जिला अस्पताल की एक ठंडी लोहे की बेंच पर 10 माह की मासूम बच्ची मिली, जिसे किसी ने शॉल में लपेटकर चुपचाप छोड़ दिया था। बच्ची ठंड से सिकुड़ी हुई थी और लगातार रो रही थी। सफाई कर्मचारी वेदु ने जब रोने की आवाज सुनी तो पहले उसे लगा कि किसी मरीज का बच्चा होगा, लेकिन आसपास देखने पर बेंच पर अकेली पड़ी मासूम को देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तुरंत इमरजेंसी वार्ड की चौकी को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने मिलकर बच्ची को तुरंत महिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में बताया कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है और उसे कोई गंभीर परेशानी नहीं है। फिलहाल डॉक्टर और नर्सें बच्ची की विशेष देखभाल कर रही हैं। पुलिस ने जिला अस्पताल परिसर के कई सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, मगर शुरुआती जांच में बच्ची को कौन छोड़कर गया। इसका कोई सुराग नहीं मिला। अब पूरे अस्पताल के प्रवेश और निकास बिंदुओं के कैमरों की फुटेज को बारीकी से खंगाला जा रहा है। स्थानीय लोगों और अस्पताल स्टाफ के बीच इस घटना को लेकर संवेदना और चिंता दोनों देखने को मिली। कई लोगों ने बच्ची के भविष्य को लेकर गहरी चिंता जताई। अस्पताल की नर्सों ने भी देर तक मासूम को गोद में लेकर उसे संभाला। फिलहाल पुलिस बच्ची को छोड़ने वाले शख्स की पहचान के प्रयास तेज कर रही है। वहीं जिला अस्पताल में मासूम को देखकर हर किसी का दिल पसीज रहा है।जिस उम्र में बच्चे मां की गोद के बिना एक पल नहीं रह पाते, उस नन्ही जान को किसी ने खुले आसमान के नीचे अकेला छोड़ दिया।
https://ift.tt/9GgUyCR
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply