इटावा में शनिवार को हिन्दी सेवा निधि के 33वें वार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम इस्लामिया इंटर कॉलेज परिसर में हुआ, जहां देश के कई वरिष्ठ न्यायाधीश, साहित्यकार और विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। मंच से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई और देश के जाने माने लोगों को सम्मानित किया गया। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत के साथ दिल्ली और उत्तर प्रदेश न्यायपालिका से जुड़े कई वरिष्ठ न्यायाधीश मंच पर उपस्थित रहे। मशहूर शायर वसीम बरेलवी की मौजूदगी ने कार्यक्रम को खास बना दिया। अतिथियों ने हिन्दी भाषा और साहित्य के महत्व पर अपने विचार रखने पहुंचे है और देश के नामी फिल्म निदेशक, कवि, खिलाड़ी, हिंदी साहित्य, पत्रकार, लेखक, स्वास्थ्य सेवा, वायु सेना क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले महानुभावों को सम्मानित किया गया है। दिल्ली न्यायालय के न्यायाधीश सुधीर अग्रवाल भी इस अधिवेशन में शामिल हुए। वे बाबरी मस्जिद मामले और सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने से जुड़े मामलों में दिए गए फैसलों के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, न्यायमूर्ति सी के राय सिंह समेत कई अन्य न्यायमूर्ति भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। हिन्दी सेवा निधि का यह अधिवेशन पिछले 33 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर देश के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया जा रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी और गणमान्य नागरिक भी शामिल हुए। मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत के इटावा आगमन और कार्यक्रम में शामिल होने के कारण शनिवार को शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा और कार्यक्रम स्थल के आसपास चाक चौबंद व्यवस्था देखने को मिली।
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