DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

सरस्वती शिशु मंदिर में ‘फाइव स्टेप लर्निंग मेथड’ वर्कशॉप:टीचर्स को दी गई ट्रेनिंग, 70 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा

गोरखपुर के पक्की बाग स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में शिशु शिक्षा समिति, गोरक्ष प्रांत की ओर से आयोजित छह दिवसीय प्रांतीय ‘पंचपदी अधिगम पद्धति’ स्त्रोत व्यक्ति कार्यशाला का बुधवार को समापन हुआ। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के आलोक में विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए ‘पंचपदी अधिगम पद्धति’ (फाइव स्टेप लर्निंग मेथड) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्त्रोत व्यक्तियों (Resource Persons) को ट्रेनिंग देना था। इस दौरान में प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों से लगभग 70 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिशु शिक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो. रामदरश राय उपस्थित रहे। मूल्यों पर आधारित शिक्षा में अहम भूमिका प्रो. राय ने अपने उद्बोधन में ‘पंचपदी अधिगम पद्धति’ के महत्व बताते हुए कहा कि यह पद्धति छात्रों में ज्ञान, बोध, अभ्यास, प्रयोग और प्रचार के माध्यम से मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। किताबी ज्ञान तक न रहे सीमित
उन्होंने प्रशिक्षित स्त्रोत व्यक्तियों से आग्रह किया कि वे इस ज्ञान को विद्यालयों में प्रभावी ढंग से लागू करें ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके। साथ ही मुख्य अतिथि ने कहा कि केवल किताबी ज्ञान तक हमें सीमित नहीं रहना चाहिए, सीखे हुए ज्ञान को समाज में प्रसारित करना चाहिए। सीखना जीवन पर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है। हमेशा सीखने की जिज्ञासा मन में रहनी चाहिए। कहीं से भी ज्ञान मिले उसे प्राप्त करना चाहिए। ज्ञान बांटने से नहीं घटता है। उन्होंने कहा कि आज हम साहित्य, संस्कृति और सामाजिक दृष्टि से समृद्ध हैं। जिसके लिए उन्होंने विद्या भारती को धन्यवाद दिया और कहा कि निरंतर अध्ययन करते रहने से साधारण से साधारण व्यक्ति भी शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कुछ दे सकता है। छह दिवसीय कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों से लगभग 70 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। उन्हें विशेषज्ञों द्वारा ‘पंचपदी’ शिक्षण के प्रत्येक चरण – अधीति (ज्ञान), बोध (समझ), अभ्यास (पुनरावृत्ति), प्रयोग (अनुप्रयोग), और प्रचार (प्रसार) के संदर्भ में ट्रेनिंग दिया गया और व्यावहारिक समझ प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रिंसिपल डॉक्टर राजेश सिंह, गोविंद सिंह, प्रियदर्शनी ,कन्हैया चौबे, सुधा त्रिपाठी, एस एन राम सिंह सहित अन्य ट्रेनी उपस्थित रहे। सभी शिक्षकों ने अपने छह दिन के अनुभव को साझा किया।


https://ift.tt/UVRgkEb

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *