केंद्र व राज्य सरकार की महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक सोमवार को विकास भवन में सीडीओ दीक्षा जैन की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सबसे पहले सीएम युवा योजना पर चर्चा हुई। इस योजना में सभी बैंकों की अत्यंत धीमी गति की प्रगति पर रोष व्यक्त किया गया, विशेषकर निजी क्षेत्र के बैंकों की कम रुचि और कमजोर प्रदर्शन पर चिंता जताई गई। कई योजनाओं में एसबीआई, बीओबी, आईसीआईसीआई व एक्सिस समेत कई बैंकों का प्रदर्शन चिंताजनक रहा। शिथिल प्रदर्शन पर अधिकारियों को लिखा पत्र सीडीओ ने सख्त निर्देश दिए कि जिला उद्योग केंद्र द्वारा चलाए जा रहे एक माह के सीएम युवा विशेष अभियान के शेष बचे हुए आखिरी सप्ताह में प्रत्येक शाखा कम से कम एक आवेदन स्वीकृत एवं वितरित करें। सीडीओ द्वारा सीएम युवा योजना में खराब प्रदर्शन करने वाले बैंक भारतीय स्टेट बैंक एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, केनरा बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ़ बड़ौदा तथा पंजाब नेशनल बैंक को इस योजना में शिथिल प्रदर्शन के लिए उनके उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गएl कृषि अवसंरचना निधि में प्रदर्शन असंतोषजनक
पीएम सूर्यघर योजना की समीक्षा में सभी बैंकों को भी इस योजना में शाखावार कैंप लगाकर ऋण वितरण को प्रोत्साहित करने तथा ज्यादा से ज्यादा वितरण करने के निर्देश दिए। कृषि अवसंरचना निधि में जिले में बैंकों का प्रदर्शन अत्यंत असंतोषजनक पाया गया। वित्तीय वर्ष में आठ माह बीत जाने के बाद भी केवल 11 प्रतिशत की प्रगति दर्ज की गई है, जिस पर सीडीओ ने अत्यंत रोष व्यक्त किया और अगले 15 दिनों में प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए सख्त निर्देश दिए। पीएमएफएमई योजना में एसबीआई व बीओबी में मामले लंबित
अंत में पीएमएफएमई योजना की समीक्षा हुई। इस योजना में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा ने सर्वाधिक मामलों की लंबवत्ता रही, जबकि कई निजी बैंकों की प्रगति नगण्य रही।
सरकारी योजनाओं के अंतर्गत अपनी प्रगति में ठोस सुधार सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन योजनाओं की पुनः समीक्षा 15 दिनों बाद की जाएगी और यदि अपेक्षित सुधार नहीं पाया गया तो संबंधित बैंकों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
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