मैनपुरी के छाछा से भनऊ कली नदी मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण के दौरान वृक्षों के पातन को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। एक ग्रामीण ने आरोप लगाया है कि वन विभाग के कर्मचारी बिना शुल्क वाले वृक्षों को काटने के लिए ‘सुविधा शुल्क’ की मांग कर रहे हैं। पीड़ित ने इस संबंध में जिलाधिकारी मैनपुरी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि सड़क चौड़ीकरण के तहत आने वाले वृक्षों का पातन शासन की सनद और शर्तों के अनुसार निःशुल्क होना चाहिए। नियमानुसार, संबंधित अधिकारी की अनुमति के बाद वृक्ष काटे जा सकते हैं और उनका पूरा माल बिना किसी शुल्क के द्वितीय पक्ष द्वारा ले जाया जा सकता है। इसके बावजूद, विभागीय स्तर पर अवैध वसूली का प्रयास किया जा रहा है। पीड़ित ने पूर्व में भी वृक्ष पातन की अनुमति के लिए जिलाधिकारी को आवेदन दिया था। जिलाधिकारी ने यह आवेदन प्रभागीय निदेशक, सार्वजनिक वानिकी प्रभाग को भेजा था। वहां से पीड़ित को सूचित किया गया था कि प्रयोक्ता एजेंसी द्वारा आवेदन करने पर निर्धारित नियमों के अनुसार मंजूरी दी जाएगी। साथ ही, बिना अनुमति वृक्ष न काटने के निर्देश भी दिए गए थे। पीड़ित का आरोप है कि अनुमति देने के नाम पर उससे पैसे की मांग की जा रही है, जो नियमों का उल्लंघन और भ्रष्टाचार है। उसने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि उसे नियमानुसार वृक्ष पातन की अनुमति प्रदान की जाए और वन विभाग के संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी मैनपुरी ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह पूरा मामला विकासखंड भोगांव के भनऊ मार्ग का है, जहां सड़क चौड़ीकरण के साथ विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
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