संभल में विवादित धार्मिक स्थल (शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर) के निकट कब्रिस्तान की आठ बीघा भूमि की पैमाइश 30 दिसंबर को की जाएगी। इस पैमाइश का उद्देश्य कब्रिस्तान की भूमि पर हुए कथित अवैध अतिक्रमण को चिह्नित करना और बाद में उसे हटाना है। किसी भी संभावित विवाद से बचने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने संबंधित हितधारकों के साथ बैठक की। शनिवार शाम 4 बजे संभल कोतवाली परिसर में एसडीएम रामानुज और सीओ आलोक भाटी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 30 दिसंबर को होने वाली पैमाइश के संबंध में चर्चा की गई। उन लोगों को भी पैमाइश की जानकारी दी गई है, जिनके मकान या दुकानें कब्रिस्तान की भूमि पर बने होने का आरोप है। शहर के मोहल्ला कोट पूर्वी में स्थित विवादित धार्मिक स्थल के पास यह कब्रिस्तान है। गाटा संख्या 32/2, जिसका रकबा 0.478 हेक्टेयर है, पर अवैध रूप से मकान और दुकानें बनाने के आरोप हैं। अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले भूमि की पैमाइश और नोटिस जारी करने के लिए 30 दिसंबर की तारीख तय की गई है। इस दौरान इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह और क्राइम इंस्पेक्टर जितेंद्र वर्मा भी मौजूद रहे। एसडीएम रामानुज ने बताया कि पैमाइश 30 दिसंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगी। इस कार्य के लिए तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार दीपक जुरैल, बबलू कुमार और अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है। इस टीम में चार राजस्व निरीक्षक और 22 लेखपाल शामिल होंगे, ताकि पैमाइश का कार्य निष्पक्ष और विधिवत तरीके से संपन्न हो सके। 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा की घटना के बाद, पुलिस प्रशासन ने पैमाइश से तीन दिन पहले सभी संबंधित पक्षों को बुलाकर इस संबंध में जानकारी दी है। एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि कब्रिस्तान गाटा संख्या 32/2 में दर्ज है और इसकी पैमाइश लेखपालों की संयुक्त टीम द्वारा पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
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