संभल के सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने गुरुवार को थाना नखासा क्षेत्र के हसनपुर रोड स्थित गांव इमादुल मुल्क (गुम्बद) में ‘लाइफ लाइन फार्मेसी’ का निरीक्षण किया। इस दौरान मेडिकल स्टोर के संचालक अरशद अली मौके पर मौजूद थे। और 2027 तक वैध लाइसेंस प्रस्तुत कि अरशद अली ने खुद को मेडिकल स्टोर का मालिक बताया। हालांकि, निरीक्षण के दौरान फार्मेसी के पीछे 4-5 बेड लगे हुए मिले। एक चैंबर में दो मरीज इलाज कराते पाए गए, जिन्होंने बताया कि वे पास के भट्टे पर काम करते हैं और यहीं उपचार करा रहे थे। चैंबर में एक मेज पर ‘डॉ. उम्मेहिना’ लिखी नेम प्लेट भी मिली। संचालक अरशद अली ने स्वीकार किया कि वह स्वयं यहां मरीजों को देखते हैं। निरीक्षण टीम को इस चैंबर से सटा एक और कमरा मिला। प्रथम दृष्ट्या यह कमरा ऑपरेशन या लेबर रूम जैसे कार्यों के लिए उपयोग होता प्रतीत हुआ। कमरे में सर्जिकल उपकरण भी रखे पाए गए। इन सभी तथ्यों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि ‘लाइफ लाइन फार्मेसी’ की आड़ में अवैध रूप से एक अस्पताल चलाया जा रहा था। सिटी मजिस्ट्रेट ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से संचालित पाए गए अस्पताल के दोनों कमरों को सील कर दिया। उन्होंने डॉ. मनोज चौधरी, नोडल अधिकारी, क्वैक्स को क्लीनिक/अस्पताल की जांच के बाद संबंधित थाने में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि मेडिकल स्टोर की आड़ में पांच बेड का एक अस्पताल संचालित हो रहा था। वहां सर्जिकल सामान और ड्रिप मिली है। दो मरीज, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है, का इलाज चल रहा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक वैध अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए जाते, तब तक ये कमरे सील रहेंगे।
https://ift.tt/2Mnpaef
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply