संभल जिले के चंदौसी शहर से सटे गांव आटा में चार बंदर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए हैं। इसके साथ ही पिछले एक माह में गांव में दो दर्जन से अधिक बंदरों की रहस्यमय मौत हो चुकी है। पशु चिकित्सा विभाग अभी तक इन मौतों के कारणों का पता नहीं लगा पाया है। यह घटना बीते शुक्रवार शाम को चंदौसी तहसील के बनियाखेड़ा ब्लॉक और बनियाठेर थाना क्षेत्र के गांव आटा में हुई। ग्रामीणों को गांव के एक खंडहर में तीन और पास के खाली प्लॉट में एक बंदर का शव मिला। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि या तो बीमार बंदरों को गांव में छोड़ा गया है, या किसी ने जहरीला पदार्थ डाल दिया है, जिससे ये मौतें हो रही हैं। ग्रामीणों ने इस गंभीर मामले में ग्राम प्रधान पर संज्ञान न लेने का भी आरोप लगाया है। पशु चिकित्सा विभाग की निष्क्रियता से नाराज ग्रामीणों ने चारों मृत बंदरों को जमीन में दफना दिया। उनका कहना है कि यदि समय रहते इन मौतों के कारणों का पता नहीं चला, तो यह खतरा अन्य जानवरों और इंसानों तक भी फैल सकता है। गौरतलब है कि पिछले माह भी बड़ी संख्या में बंदरों की मौत के बाद पशु चिकित्सा विभाग ने गांव में जांच की थी। उस समय पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शैलेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे थे, लेकिन जांच में मौत का कोई ठोस कारण सामने नहीं आ पाया था। तब ग्राम प्रधान ने किसी भी असामान्य घटना से इनकार किया था। एक माह बाद भी गांव आटा में बंदरों की मौत का रहस्य बरकरार है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच कराने की मांग की है, ताकि इन मौतों के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।
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