संभल में नैमिषारण्य तीर्थ क्षेमनाथ मंदिर के महंत बालयोगी दीनानाथ को फोन पर धमकी देने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। यह धमकी आजमगढ़ से विश्व हिंदू परिषद का मंत्री बताकर दी गई थी। मामला प्राचीन भुवनेश्वर तीर्थ पर रह रहे साधु रूपी उमाशंकर सिंह के जेल जाने से जुड़ा है। संभल कोतवाली इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने रविवार को बताया कि क्षेत्र के गांव शहजादी सराय स्थित नैमिषारण्य तीर्थ क्षेमनाथ मंदिर के महंत बालयोगी दीनानाथ को फोन पर धमकी देने के संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ बीएनएस की धारा 352 और 351(4) के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। महंत ने बीते शनिवार को धमकी से संबंधित 15 मिनट की रिकॉर्डिंग के साथ शिकायत दर्ज कराई थी। धमकी का यह मामला बीते 10 दिसंबर से जुड़ा है। उस दिन थाना रायसत्ती क्षेत्र के गांव खानपुर खुम्भार स्थित भुवनेश्वर तीर्थ की भूमि का दुरुपयोग करने के आरोप में साधु के रूप में रह रहे उमाशंकर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्हें शांतिभंग के आरोप में चालान किया गया, जिसके बाद एसडीएम संभल रामानुज ने न्यायालय में पेशी के उपरांत उमाशंकर सिंह को जेल भेज दिया था। महंत बालयोगी दीनानाथ, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाथ संप्रदाय से जुड़े हैं, को 12 दिसंबर की रात उमाशंकर सिंह के मोबाइल नंबर से फोन आया। धमकी देने वाले व्यक्ति ने खुद को आजमगढ़ के हिंदू संगठनों में अध्यक्ष या मंत्री बताया। उसने महंत को जेल भिजवाने और जमानत न होने पर संभल से गोरखपुर या मठ आने पर ‘देख लेने’ की धमकी दी। महंत और धमकी देने वाले शख्स के बीच लगभग 15 मिनट तक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। महंत बालयोगी दीनानाथ ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है और उन्हें न्याय की पूरी उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि धमकी देने वाला व्यक्ति बातचीत के दौरान खुद भ्रमित लग रहा था और बार-बार हिंदू संगठनों के नाम बदल-बदलकर बात कर रहा था।
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