संतकबीरनगर पुलिस ने 9 दिसंबर को एक व्यापारी से 20 हजार रुपये की कथित लूट का खुलासा किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि लूट की यह घटना फर्जी थी। व्यापारी ने मारपीट की सच्चाई छिपाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने इस मामले में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह पूरा मामला साधू शरण मौर्य की दुकान पर काम करने वाली एक लड़की से जुड़ा था। लड़की की दोस्ती शिवम से थी, जो अक्सर उससे मिलने या उसे दुकान पर छोड़ने जाता था। दुकान मालिक साधू शरण मौर्य को यह पसंद नहीं था और उन्होंने शिवम को मना किया था, जिससे दोनों के बीच कहासुनी भी हुई थी। शिवम एक साल से लड़की के संपर्क में था। फिर बदले की भावना से मारपीट की घटना को अंजाम दिया। खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के बेलवनिया वार्ड नंबर 05 निवासी साधू शरण मौर्य ने 9 दिसंबर को पुलिस को सूचना दी थी कि वह सहजनवां स्थित अपनी कॉस्मेटिक दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। मंझरिया पशु बाजार के पास दो बाइकों पर सवार चार युवकों ने डंडे से मारपीट कर उनसे 20 हजार रुपये लूट लिए। सूचना मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसओजी टीम को भी जांच में लगाया गया। गहन पड़ताल के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि लूट की कोई घटना हुई ही नहीं थी। एएसपी सुशील कुमार सिंह ने पुलिस लाइंस सभागार में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि रविवार को मिली सूचना पर कोतवाल पंकज कुमार पाण्डेय, एसएसआई प्रमोद यादव और औद्योगिक चौकी प्रभारी धर्मेंद्र मिश्रा ने डीघा बाईपास के पास से आरोपी शिवम चौधरी और जयहिंद, निवासीगण पिपराकला, कोतवाली खलीलाबाद को गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली गई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया है।
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