संतकबीरनगर के डीएम आलोक कुमार की अध्यक्षता में तामेश्वरनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस बैठक में संबंधित अधिकारी, स्थानीय लेखपाल और काश्तकार मौजूद रहे। अपर जिलाधिकारी (वित्त व राजस्व) जयप्रकाश भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने तामेश्वरनाथ धाम के भ्रमण के दौरान कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी। डीएम ने स्पष्ट किया कि कॉरिडोर निर्माण की कार्रवाई नियमानुसार और स्थानीय किसानों व भवन स्वामियों की सहमति के बाद ही होगी। बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने 26 मई को तामेश्वरनाथ धाम कॉरिडोर की घोषणा की थी। पर्यटन विभाग ने इसे वर्ष 2025-26 की कार्ययोजना में अनुमोदित किया है। सीएंडडीएस जल निगम इकाई-20, संतकबीरनगर कार्यदायी संस्था है। जिसने वास्तुविद छत्रछाया आर्किटेक्चरल स्टूडियो, लखनऊ से कॉरिडोर का प्रस्ताव तैयार कराया है। राजस्व विभाग और वास्तुविद ने स्थल पर आवश्यक भूमि का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। प्रारंभिक डिजाइन के अनुसार, कॉरिडोर निर्माण के लिए कुल 21,500 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता है। लेखपाल ने 2.346 हेक्टेयर भूमि चिह्नित कर ली है। डीएम ने स्थानीय ग्राम प्रधानों और प्रभावित किसानों के साथ भूमि अधिग्रहण समेत विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने जोर दिया कि क्षेत्र में पर्यटन विकास स्थानीय निवासियों के हित में है। हर स्तर पर प्रभावित किसानों के हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।
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