श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अब तक का पूरा लेखा-जोखा पेश किया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने 5 फरवरी 2020 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी। केंद्र सरकार ने ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में केशव पारासरन सहित कुल नौ सदस्यों की नियुक्ति की थी। इसी दिन शाम को श्रीराम जन्मभूमि के अधिग्रहीत क्षेत्र के तत्कालीन रिसीवर और मंडलायुक्त मनोज कुमार मिश्र ने बैंक खातों सहित समस्त प्रभार ट्रस्ट के प्रमुख सदस्य और अयोध्या नरेश विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र को सौंप दिया था। हालांकि, ट्रस्ट की पहली औपचारिक बैठक 20 फरवरी 2020 को हुई थी, जिसमें मणिराम छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव चुना गया। इसके बावजूद ट्रस्ट द्वारा बैंक खातों से संबंधित विवरणों के आधार पर 5 फरवरी 2020 से 30 नवंबर 2025 तक की कुल आय का लेखा-जोखा पेश किया गया है। अब तक ट्रस्ट को 4575 करोड़ रुपए मिले
इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कुल 4575 करोड़ रुपए मिले। ट्रस्ट की 13 दिसंबर को हुई कार्यकारिणी बैठक में आंकड़े सामने आए हैं। उसके मुताबिक पिछले 5 साल 9 महीने में मंदिर निर्माण, श्रीराम जन्मभूमि परिसर के विस्तार, जमीन और भवन की खरीद समेत अन्य कई कामों पर करीब 2600 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसका मतलब है कि ट्रस्ट के पास अब लगभग 2100 करोड़ रुपए बचे हैं। 694.49 करोड़ रुपए का है एफडीआर
बताया गया कि बाकी धनराशि का बड़ा हिस्सा सुरक्षित निवेश के रूप में रखा गया है। भारतीय स्टेट बैंक, अयोध्या शाखा में 889.52 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा में 313.87 करोड़ रुपए और पंजाब नेशनल बैंक में 694.49 करोड़ रुपए सावधि जमा (एफडीआर) के रूप में जमा हैं। इसके अतिरिक्त ट्रस्ट ने 87 करोड़ रुपए म्यूचुअल फंड में और 40 करोड़ रुपए ऑटो स्वीप खाते में निवेश किए हैं। राम मंदिर को बैंक से 2 करोड़ रुपए का मिला ब्याज
ट्रस्ट के सेविंग अकाउंट में फिलहाल लगभग 89 लाख रुपए उपलब्ध हैं, जबकि बैंक ब्याज के रूप में करीब 2 करोड़ रुपए मिले हैं। इस तरह कई बैंकों में जमा एफडीआर, कैपिटल इन्वेस्टमेंट और अन्य सुरक्षित निवेशों को मिलाकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास कुल लगभग 2100 करोड़ रुपए की राशि मौजूद है, जिसका उपयोग भविष्य में मंदिर परिसर के विकास और अन्य योजनाओं में किया जाएगा। रोजाना 80 हजार श्रद्धालु रामलला का दर्शन करने पहुंचते हैं राम मंदिर में रोजाना औसतन 70 से 80 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पर्व, त्योहार और वीकेंड पर यह संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ जाती है। बढ़ती श्रद्धालु संख्या के साथ ही दान की रफ्तार भी तेज बनी हुई है। 1 अप्रैल से 31 अगस्त 2025 तक राम मंदिर की आय 104.96 करोड़ नए वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 अगस्त 2025) में राम मंदिर को अब तक 104.96 करोड़ रुपए की आय हुई। इसमें 31.22 करोड़ रुपए दान से और 73.74 करोड़ रुपए बैंक ब्याज से मिले। दान का विवरण काउंटर- 6.20 करोड़ दान पात्र (हुंडी)- 20.86 करोड़ ऑनलाइन माध्यम- 3.79 करोड़ विदेशी दान (एफसीआरए)- 10 लाख वित्तीय साल 2024-25 का दान ब्योरा दान काउंटर- 34.99 करोड़ दान पात्र- 105.38 करोड़ ऑनलाइन-12.80 करोड़ एफसीआरए- 0.54 लाख कुल दान- 153.71 करोड़ रुपए ———————- ये भी पढ़ें- योगी के कार से उतरते ही गाय पहुंची, सुपरवाइजर सस्पेंड:CM की ओर दौड़ी तो जवानों ने रोका, 17 दिन में तीसरी बार सुरक्षा में लापरवाही गोरखपुर में सीएम योगी की सुरक्षा में लापरवाही का मामला सामने आया है। सीएम शुक्रवार शाम गोरखनाथ ओवरब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उनकी कार रुकी तो पहले सांसद रवि किशन उतरे, फिर सीएम योगी। इसी दौरान एक गाय दौड़ती हुई कार के पास पहुंच गई। वह सीएम की तरफ बढ़ रही थी। यह देखकर सुरक्षा में तैनात 15 जवान अलर्ट हो गए। उन्होंने गाय को घेरकर रोका और दूसरी तरफ भगा दिया। पढ़िए पूरी खबर…
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