श्रावस्ती पुलिस ने नीलगाय के अवैध शिकार का खुलासा किया है। इस मामले में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार और नीलगाय के मांस व अवशेष भी बरामद किए हैं। गिलौला पुलिस को 27 दिसंबर 2025 को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लक्खीभारी गांव के कुछ लोगों ने सुबिखा गांव के बाहर खेत में तालाब के पास एक नीलगाय का शिकार किया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मौके पर कुछ व्यक्ति बंधे के किनारे घास के नीचे कुछ छिपाते हुए दिखे। पुलिस को देखकर वे भागने लगे, लेकिन घेराबंदी कर एक व्यक्ति को पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान अकरम पुत्र अजमत अली निवासी ग्राम लक्खीभारी के रूप में बताई। पूछताछ में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर नीलगाय के शिकार की बात स्वीकार की। अभियुक्त ने बताया कि शिकार के बाद मांस आपस में बांट लिया गया था और अवशेष तथा खाल को छिपाया जा रहा था। पुलिस ने अकरम की निशानदेही पर उसके दो अन्य साथियों दिलशाद अली और रिजवान (सभी निवासी ग्राम लक्खीभारी, थाना गिलौला) को भी गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारियां बहदग्राम भिठौरा रामसहाय क्षेत्र में गांव से बाहर खेत में तालाब के पास से की गईं। बरामदगी में एक चाकू, दो बोगदा, एक हंसिया, एक कुल्हाड़ी, एक लकड़ी का ठीहा, नीलगाय का मांस और अवशेष शामिल हैं। थाना गिलौला में अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 309/2025 अंतर्गत भारतीय न्याय संहिता की धारा 325, 3(5), आर्म्स एक्ट की धारा 4/25 और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9/51 के तहत मामला पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
https://ift.tt/rUbY7LZ
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply