श्रावस्ती में बुधवार को डीएम अश्विनी कुमार पाण्डेय के जनता दरबार में मानवता की मिसाल देखने को मिली। इकौना तहसील के सेमगढ़ा गांव से दो दृष्टिबाधित भाई उमेश और भूरे अपनी मां के साथ आवास की गुहार लेकर पहुंचे थे। उनकी दयनीय स्थिति देखकर डीएम तुरंत सक्रिय हो गए और सीडीओ शाहिद अहमद को उन्हें त्वरित रूप से आवास उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डीएम ने सीडीओ को यह भी आदेश दिया कि दोनों भाइयों को पशुपालन विभाग की आगामी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराया जाए। इसका उद्देश्य उनकी आजीविका को सुदृढ़ करना है। एक मानवीय पहल के तहत, डीएम ने रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से दोनों फरियादियों को सुगम्य केन और कंबल प्रदान किए। ये सेंसर आधारित सुगम्य केन आधुनिक तकनीक से लैस हैं, जो रास्ते में किसी अवरोध का पता चलने पर कंपन के माध्यम से संकेत देती हैं, जिससे दृष्टिबाधित व्यक्ति सुरक्षित रूप से अपना मार्ग बदल सकते हैं। सीडीओ शाहिद अहमद ने बताया कि दिव्यांगजनों को आवास उपलब्ध कराने की नियमावली के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोनों भाइयों को जल्द ही इस योजना का लाभ मिलेगा। साथ ही, पशुपालन संबंधी कोई भी नई योजना आने पर उन्हें उसमें शामिल किया जाएगा। जनता दरबार में हुई यह त्वरित कार्रवाई प्रशासन की संवेदनशीलता और दिव्यांगजन कल्याण के प्रति गंभीरता को दर्शाती है।
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