शाहजहांपुर पुलिस ने ऑनलाइन स्टॉक मार्केट निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक कॉल सेंटर पर छापा मारकर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से लगभग 70 लैपटॉप, एक थार गाड़ी और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं। यह धोखाधड़ी जलालाबाद थाना क्षेत्र में स्थित एक कार्यालय से पिछले लगभग आठ महीनों से चल रही थी। आरोपियों ने अपनी कंपनी ‘एसएलजी डीजी पीवीटी एलटीडी’ के नाम से पंजीकृत कराई थी। इस कंपनी से जुड़े नंबरों को प्रतिबिंब पोर्टल पर संदिग्ध पाए जाने के बाद पुलिस ने उनकी जांच शुरू की। एक शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे इसी संदिग्ध नंबर से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने खुद को ‘ग्लोबल ट्रेड’ नामक स्टॉक मार्केट निवेश कंपनी का प्रतिनिधि बताया और तीन गुना रिटर्न का लालच दिया। पीड़ित से ‘ग्लोबल ट्रेड एपीके’ नामक एक फाइल डाउनलोड कराई गई और एक क्यूआर कोड के माध्यम से तीन लाख रुपये भेजने को कहा गया। जब पीड़ित ने अपने पैसे निकालने का प्रयास किया, तो उसका खाता बंद कर दिया गया और उस पर और निवेश करने का दबाव बनाया गया। शक होने पर पीड़ित ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान, पुलिस ने कॉल नंबर और फर्जी कंपनी को जलालाबाद के खंडहर वाले रोड पर स्थित एक कार्यालय में ट्रेस किया। पुलिस ने तत्काल उस स्थान पर छापा मारा और छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एमबीए पास टिंकल गुप्ता (निवासी जलालाबाद), एमकॉम पास प्रांजल, बीकॉम पास निहाल सक्सेना, बीए पास दीपांशु, 11वीं पास सिदांत मिश्रा और बीकॉम पास रोहित राठौर शामिल हैं। आरोपियों ने दस से पंद्रह लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। सभी को जेल भेज दिया गया है। ये सभी आरोपी जलालाबाद के अलग अलग मोहल्ले और गांव के रहने वाले हैं ।पुलिस ने आरोपियों के पास 70 लैपटॉप, एक थार गाड़ी, चार मोटर साइकिल, एक बैंक आफ इंडिया का कयूआर कोड, 34 लैपटॉप चार्जर समेत तमाम दस्तावेज बरामद किए हैं। जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अपने टार्गेट वाले नंबर एक वेबसाइट के माध्यम से एक हजार नंबर का डाटा पांच हजार रुपये देकर लेते थे। अपनी फर्जी कंपनी पर रजिस्टर्ड नंबरों से फोन करके उनको स्टाक मार्केट मे निवेश करने और अपने टार्गेट को ग्लोबल ट्रेड कंपनी के माध्यम से स्टाक मार्केट मे निवेश करने धनराशि का तीन गुना का लालच देकर संदिग्ध लिंक को पीड़ित को उसके वाट्सएप नंबर पर भेजते थे। उसके बाद एपीके फाइल को डाउनलोड कराते थे। उसके बाद कयूआर पर रुपये डलवाते थे। उसके बाद बनाई गई फर्जी कंपनी ग्लोबल ट्रेड एपीके एकाउंट पर फर्जी निवेश बाजार दिखाकर फर्जी लाभ दिखाते थे। जिसमे आरोपी टिंकल गुप्ता जो एमबीए किए है वह उसको फर्जी तरीके से अपडेट करता था। जब निवेशक अपना पैसा निकालने के लिए कहता था तभी आरोपी उसका अकाउंट बंद कर देते थे। उसके बाद आरोपी उस अकाउंट में आए रुपये को अलग अलग खातो में ट्रांसफर कर लेते थे। आरोपियों ने अपनी फर्जी कंपनी एसएलजी डीजी पीवीटी एलटीडी के नाम से पचास सिम रजिस्टर्ड कराए हैं ।जब पुलिस ने उन पचास सिम के नंबरों को सर्च किया तो भारत के अलग अलग राज्यों से उन पर शिकायते दर्ज पाई गईं।ये शिकायतें दिल्ली, गुजरात, बिहार, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में दर्ज हैं। जिसमे अब तक करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी पाई गई है। आरोपियों ने इस धोखाधड़ी का धंधा शुरू करने के बाद अपनी लाइफ को लग्जरी बना लिया था। एमबीए करने वाले आरोपी ने एक थार और अलग अलग आरोपियों ने रेसर बाइक के साथ अलग अलग बाइके खरीदी हैं। पुलिस अभी इनके पूरे नेटवर्क को तलाश करने मे जुटी है। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि पूरे नेटवर्क का खुलासा करने वाली टीम को पच्चीस हजार रुपये इनाम दिया गया है। इसमे अभी जांच जारी है। जिनके साथ धोखाधड़ी हुई है उनसे संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।
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