शामली पुलिस ने जिले के अलग-अलग स्थानों से तीन युवकों को देसी तमंचों के साथ गिरफ्तार किया है। हालांकि, पुलिस अभी तक अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वाले मुख्य सप्लायरों को पकड़ने में नाकाम रही है। इस कारण जनपद में अवैध हथियारों का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। पुलिस आमतौर पर चेकिंग के दौरान या सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों के साथ फोटो-वीडियो वायरल होने पर युवकों को गिरफ्तार करती है। पिछले कुछ समय से शामली में युवाओं में अवैध हथियारों का शौक बढ़ता देखा गया है। वे अक्सर हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें और वीडियो साझा करते हैं। पुलिस एक-एक तमंचे के साथ युवकों को गिरफ्तार कर अपनी कार्रवाई दिखाती है, लेकिन बड़े सप्लायरों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती। यह स्थिति तब है जब पूर्व में तत्कालीन एसपी रामसेवक गौतम को जनपद में नशाखोरी और अवैध हथियारों की बढ़ती आपूर्ति के कारण ही अपने पद से हटना पड़ा था। जनपद के कांधला थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत में स्मैक तस्करी का धंधा भी जोरों पर है। ऐसे में यह बड़ा सवाल उठता है कि युवाओं तक ये अवैध हथियार कहां से पहुंच रहे हैं और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उच्च अधिकारी लगातार सघन चेकिंग अभियान और अन्य उपायों के माध्यम से अवैध हथियारों पर नकेल कसने का दावा करते हैं। हालांकि, जमीनी हकीकत इन दावों से अलग दिखाई देती है।
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