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शादी वाले दिन दूल्हे को मारने की प्लानिंग थी:बस्ती में पिता बोले- प्रेमी ने दुल्हन की गाड़ी रुकवाकर कहा था, आगे देख लूंगा

‘हम लोग दुल्हन को विदा कराकर लौट रहे थे। रास्ते में दो बार दुल्हन की गाड़ी एक लड़के ने रुकवाई। उस समय लगा कि मामला ओवरटेक करने का है। ज्यादा ध्यान नहीं दिया। ड्राइवर से इतना जरूर कहा कि गाड़ी तेजी से चलाकर घर पहुंचाओ। अब पता चला कि मेरे बेटे की हत्या करने वाला कोई और नहीं, बहू का प्रेमी ही था। नहीं पता था कि बहू ऐसी निकलेगी।’ ये दर्द है बस्ती में शादी के 7वें दिन मारे गए दूल्हे अनीश के पिता शमशुद्दीन का है। नई-नवेली दुल्हन ने अपने प्रेमी से पति की हत्या करा दी। जिस घर में हफ्ते भर पहले शादी की खुशियां थीं, वहां अब मातम पसरा है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांववाले भी उस मनहूस घड़ी को कोस रहे, जब अनीस रुकसाना को ब्याह कर घर लाया था। पढ़िए दूल्हे के घर से रिपोर्ट… 2 विजुअल देखिए… पहले जानिए पूरा मामला
बस्ती के परशुरामपुर थाना क्षेत्र के बेदीपुर गांव में शमशुद्दीन रहते हैं। उनके 25 साल के बेटे अनीस का निकाह 13 नवंबर को गोंडा के खोड़ारे थाना क्षेत्र के गांव जंगलडीह की रुकसाना (20) से हुआ था। अनीस, रुकसाना के मामा का बेटा था। वह मुंबई में हाइड्रा क्रेन चलाता था। शादी के लिए वह 10 नवंबर को गांव आया था। अनीश 20 नवंबर की शाम अपने घर के बाहर टहल रहा था। इसी दौरान रुकसाना का प्रेमी रिंकू सिंह (22) पता पूछने के बहाने उसके पास आया। अपनी बातों में उलझाकर कुछ दूर तक ले गया। फिर तमंचे से सटाकर अनीस को गोली मार दी। परिवारवाले अनीस को अयोध्या के श्रीराम चिकित्सालय ले गए। वहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। अब पढ़िए अनीस के घर से रिपोर्ट… खुशियों वाले घर में पसरा मातम
बस्ती से करीब 58 किमी दूर बेदीपुर गांव है। गांव के बीच में शमशुद्दीन का घर है। घर में 20 नवंबर की दोपहर तक अनीस की शादी की खुशियां मनाई जा रही थीं। लेकिन, शाम को मंजर मातम में बदल गया। 6 दिन तक ससुराल में हंसी-खुशी रही रही दुल्हन रुकसाना 19 नवंबर को ही मायके गई थी। इसके अगले दिन ही उसने अपने प्रेमी रिंकू को ससुराल भेजकर पति अनीस की हत्या करा दी। पिता बोले- अल्लीपुर के पास मारा था कट
अनीस के पिता ने शमशुद्दीन ने बताया- शादी होने के बाद सभी दुल्हन रुकसाना को लेकर लौट रहे थे। जब बारात बभनान पार करके रेहरवा के पास पहुंची, तो एक बाइक पर 3 युवक और दूसरी पर 2 युवक दिखाई दिए। ये सभी दुल्हन वाली कार को हाथ देकर रोकने की कोशिश कर रहे थे। हम लोग पीछे चल रही बोलेरो में थे। दुल्हन की कार के ड्राइवर मजहर ने यह बात हमारी गाड़ी के ड्राइवर सलीम को बताई। इस पर सलीम ने मजहर से कहा कि गाड़ी मत रोकना। जितना भगा सकते हो, भगा लो। उस समय शाम के करीब 7 बजे थे। हमें लूट का डर सताने लगा था, क्योंकि इसी रास्ते पर पहले भी लूट की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बाद अल्लीपुर बाजार पार करते समय फिर एक बाइक सवार युवक दुल्हन की कार के सामने कट मारकर रुक गया। कार रुकते ही ड्राइवर से झगड़ा करने लगा। हम लोगों को लगा कि ओवरटेक को लेकर सामान्य झगड़ा है। इसीलिए समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया। लेकिन, जाने से पहले बाइक सवार युवक ने धमकी देते हुए कहा था- अभी आगे देखता हूं। भाभी बोली- वो हंसी-खुशी रहने का नाटक कर रही थी
अनीस के बड़े भाई शोएब की पत्नी आशिया ने बताया- रुखसाना दीदी बहुत खुश नजर आ रही थीं। जब देवरानी घर आई थी, तो उसका व्यवहार बिल्कुल सामान्य था। वह प्यार से अप्पी-अप्पी कहकर बुलाती थी। उसके किसी व्यवहार से ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि वह आगे कोई ऐसी घटना कर सकती है। वो सबसे अच्छे से बात करती थी। हमारे देवर अनीस बहुत सीधे थे। वो हमसे ज्यादा बात नहीं करते थे। जब मैं बोलती थी, तभी बोलते थे। रुकसाना हमारी सास के भाई की बेटी थी। इसलिए हम लोग उसे पहले से ही जानते थे। लेकिन, उसकी हंसी सिर्फ एक दिखावा थी। जिससे कोई उसपर शक न कर सके। वो नाटक कर रही थी। बहन बोली- भाई ने जो फोन दिया, उससे प्रेमी से बात करती थी
अनीस की बहन अक्शा ने बताया- शादी के बाद जब भाभी विदा होकर घर आई, तो अंगूठी खोजने वाली रस्म की गई। इसमें भाभी ने पार्टीसिपेट किया और जीत भी गईं। वो चांदी की अंगूठी मेरी मां ने भाभी को पहनाई। उस समय वो बहुत खुश थी। कहीं से नहीं लगा था कि उनके अंदर कोई प्लानिंग चल रही है। वो ऐसी निकलेगी, इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था। मेरे भाई ने भाभी को फोन गिफ्ट में दिया था। जिस फोन से वो बात भी करती थी, हमें शक तक नहीं हुआ। 14 नवंबर को वलीमा हुआ। इसमें बड़ी संख्या में मेहमानों के साथ दुल्हन पक्ष के लोग भी आए थे। इसके बाद चौथ की रस्म के लिए 19 नवंबर को वो मायके चली गई। संतराम बोले- हत्यारा अनीस को बुलाकर लाया था
गांव के दुकानदार संतराम ने बताया- वो हत्यारा पैदल ही आया था। उसने अनीस को रास्ता पूछने के बहाने बुलाया था। जब गोली चली, तो मेरी दुकान खुली थी और मैं अंदर था। हल्के धमाके की आवाज तो आई, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि क्या हुआ? सामने देखा तो अनीस जमीन पर पड़ा था। पहले ध्यान नहीं दिया। फिर 10 मिनट बाद गया तो परिवारवालों को बुलाया। उस समय सांस तो चल रही थी, लेकिन पता नहीं था कि गोली लगी है। एसपी अभिनंनदन ने बताया- हत्यारोपी रवि और रुकसाना के बीच पहले से ही संबंध थे। महिला ने प्रेमी से हत्या करवाई है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही एक 15 साल के लड़के को भी गिरफ्तार किया गया है। वो लड़का हत्या के दिन उसके साथ गया था। ———————– ये खबर भी पढ़ें हे भगवान मेरा लाल मुझे लौटा दो:देवरिया में मां रो-रोकर बेहाल; कानपुर में अंगीठी से हुई थी 4 दोस्तों की मौत ‘हे भगवान मेरे लाल को मुझे लौटा दो। मैं उसके बिना नहीं जी पाऊंगी। हट जाओ सभी लोग, मुझे मेरे लाल के पास जाने दो…। अब मेरा घर कौन संभालेगा। मैं भी अब किसके हाथ में राखी बांधूंगी। भाई कहता था कि विदेश से मेरे लिए अच्छा गिफ्ट लेकर आएगा। बड़ा मकान बनवाएंगे। उसमें ही हम सब लोग रहेंगे। अब ये सब कैसे होगा? कौन करेगा? ये सब क्या होगा?’ पूरी खबर पढ़ें


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