SIR को लेकर सपा जहां एक तरफ सड़क से लेकर संसद तक मुखर नजर आ रही है, वहीं सपा ने बूथ लेवल पर भी इसकी गहन समीक्षा की प्लानिंग की है। SIR प्रक्रिया में एक-एक वोट पर नजर रखने के लिए अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्रियों, सांसदों और केंद्रीय पदाधिकारियों को जिलावार तैनात किया है। बूथ स्तर पर कमेटियां गठित करके यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि सपा का एक-एक परंपरागत वोट वोटर लिस्ट में दर्ज हो जाए। लेकिन हैरानी की बात है कि इस लिस्ट में आजम खां के जिले रामपुर को छोड़ दिया गया है। रामपुर को छोड़ वेस्ट के बाकी जिलों में प्रभारियों की तैनाती कर दी गई है। अखिलेश बोले- विधानसभावार समीक्षा करें, फिर रिपोर्ट भेजें
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं की ड्यूटी लगाई है। साथ ही उन्हें निर्देश दिए हैं कि नेता संबंधित जिलों का भ्रमण करें। विधानसभावार बीएलओ की सूची लेकर उसकी समीक्षा करें। इसके साथ ही बूथ प्रभारियों की भी समीक्षा कर लें। जिलों में तैनात किए गए नेता ये देखेंगे कि बूथों पर कितने प्रपत्र बांटे गए। कितने जमा हो गए और कितने अपलोड हो गए हैं। अखिलेश यादव ने एक-एक प्रपत्र की समीक्षा के लिए कहा है। जिलों में तैनात किए गए सभी नेताओं से अपनी रिपोर्ट पार्टी कार्यालय को भी भेजने को कहा है। बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं की टीमें, ट्रिपल लेयर निगरानी सिस्टम
सपा के मुरादाबाद जिले के जिलाध्यक्ष जयवीर यादव कहते हैं- मुस्लिम बहुल बूथों पर बीएलओ शतप्रतिशत फार्म वितरित नहीं कर रहे हैं। सपा के प्रभाव वाले बूथों पर वोटों को कम करने के लिए ये कोशिशें की जा रही हैं। जयवीर ने आरोप लगाया कि कहीं पर 70% तो कहीं पर 80% SIR फार्म बांटे गए। जयवीर ने कहा कि इन्हीं खामियों को पकड़ने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें बीएलओ के काम की निगरानी करेंगी। इन टीमों की निगरानी के लिए ब्लॉक स्तर और फिर विधानसभा स्तर पर नेताओं की ड्यूटियां लगाई गई हैं। इसके बाद इनकी समीक्षा के लिए जिले में राष्ट्रीय स्तर से नेताओं को भेजा गया है। ये नेता हर जिले की रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रतिदिन भेज रहे हैं। ……….
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