मेरठ में हस्तिनापुर सीट से भाजपा के राज्यमंत्री और विधायक दिनेश खटीक की सफाई का एक लेटर सामने आया है। इस लेटर में राज्यमंत्री ने अपने विवादित बयान पर सफाई दी है। यह लेटर पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी टैग किया गया है। जो लेटर सोशल मीडिया पर सामने आया है इसमें राज्यमंत्री दिनेश खटीक अपने बयान को लेकर सफाई देते दिख रहे हैं। दिनेश खटीक का 5.30 मिनट का वीडियो भी सामने आया है। वह बुधवार को एक स्कूल के समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। मेरठ के खरखौदा क्षेत्र में पांची स्थित एमएस हेरिटेज स्कूल के 22वें वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम, उत्तराखंड सरकार के राज्यमंत्री श्याम सिंह सैनी और मंत्री दिनेश खटीक पहुंचे थे। सबसे पहले विवादित वीडियो और बयान समझिए दिनेश खटीक ने कहा- जो महाभारत का एक दृश्य दिखाया है वो अपने आप में अभिभूत है, मैं इसको अपने वाक्यों से नहीं बता सकता। ये भी एक संयोग है कि मुझे न गुरुजी, न आपने बुलाया। कल्कि अवतार जो भगवान हैं, जिनका मंदिर गुरुजी के हाथों बन रहा है। उन्होंने मुझे कहा कि हस्तिनापुर में जो वर्तमान विधायक हैं, उन्हें भी ये लीला दिखाने के लिए बुलाइए। ये जो लीला आपने दिखाई है, हस्तिनापुर का जो दृश्य आपने दिखाया है, मैं उसी हस्तिनापुर से विधायक हूं। परम पूज्य गुरुजी मन में एक बात आती रहती है। हस्तिनापुर सीट से एक बार कोई विधायक बनने के बाद दोबारा एमएलए नहीं बना। मीडिया पूछती थी कि आप दोबारा चुनाव लड़ते हैं तो जीतेंगे या नहीं। तो हमने भी कहा कि ये श्रापित भूमि हैं, जिस पर द्रौपदी का श्राप है। दिनेश खटीक ने कहा- देश में मोदी और प्रदेश में योगी जैसे व्यक्तित्व थे, जिन्होंने मेरी नैया पार लगाई और मुझे दोबारा विधायक बनाया। दिनेश खटीक ने स्वीकार किया कि हस्तिनापुर के उस पुराने ‘मिथक’ को तोड़ने में वह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रभाव के कारण सफल रहे। उन्होंने कहा, “जब यहां कोई दोबारा नहीं जीत पाया, तो दिनेश खटीक की क्या औकात थी? लेकिन देश में मोदी और प्रदेश में योगी जैसे व्यक्तित्व थे, जिन्होंने मेरी नैया पार लगाई और मुझे दोबारा विधायक बनाया। दो बार एमएलए बना कुदरती मेरे मन से एक बात निकल रही है कि मैं दो बार श्रापित भूमि से एमएलए बन गया, मुझे यहां से तीसरी बार एमएलए नहीं बनना, ये मन की बात आपको बता रहा हूं। मैं सारे पुराण पढ़ा हुआ हूं, भागवत भी पढ़ता हूं, जो व्यक्ति इन्हें पढ़ा होगा उसे पता होगा कि वो दृश्य क्या है? बीजेपी विधायक दिनेश खटीक ने कहा कि मुझे किसी भी हाल में श्रापित सीट से चुनाव नहीं लड़ना। दो बार तो यहां से जीत चुका हूं। लेकिन, अब तीसरी बार यहां से MLA नहीं बनना। क्योंकि, हस्तिनापुर पर तो शुरू से द्रौपदी का श्राप है। अब बयान के बाद जो लेटर सामने आया उसको पढ़िए… हस्तिनापुर की पावन धरती मेरे लिए सदैव पूजनीय रही है, कल मेरठ के ग्राम पांची स्थित एमएस हेरिटेज स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा महाभारत काल में हस्तिनापुर के राजदरबार में हुए द्रोपदी चीरहरण का जो मंचन प्रस्तुत किया गया, वह अत्यंत मार्मिक था। हस्तिनापुर की धरती पर द्रोपदी का चीरहरण महिला अत्याचार की सबसे वीभत्स घटना थी, जो महाभारत का कारण बनी। जब दुशासन द्वारा द्रोपदी का चीरहरण किया जा रहा था, तो उस समय सभा में मौन रहने वालों को द्रोपदी ने श्राप दिया था, इसी कारण पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हस्तिनापुर को श्रापित भूमि माना जाता रहा है। बच्चों द्वारा मंचन के पश्चात मैंने उसी चीरहरण की वीभत्स घटना का जिक्र करते हुए हस्तिनापुर की धर्ती पर हुए पाप के संदर्भ में यहां की जमीन को श्रापित कहा था। मेरे द्वारा कही गई कुछ बातों को मीडिया में संदर्भ से अलग और गलत रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जो सत्य नहीं है। हस्तिनापुर मेरी कर्मभूमि है। मेरा संकल्प सदैव हस्तिनापुर के लोगों की निस्वार्थ सेवा करना रहा है और आगे भी रहेगा। इस भूमि और यहां की जनता के प्रति मेरी निष्ठा अटूट है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के सशक्त नेतृत्व में हस्तिनापुर की जनता ने यहां के राजनीतिक इतिहास में नया अध्याय रचते हुए प्रदेश में दूसरी बार प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई। इसी ऐतिहासिक जनादेश का परिणाम है कि आज हस्तिनापुर निरंतर विकास की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। दिनेश खटीक राज्यमंत्री जल शक्ति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, विधायक हस्तिनापुर दूसरी बार हस्तिनापुर से विधायक बने साल 2017 में पहली बार भाजपा की ओर से हस्तिनापुर विधानसभा से चुनाव लड़ा था। विधायक दिनेश खटीक मवाना थाना क्षेत्र के कस्बा फलावदा के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2017 में पहली बार भाजपा की ओर से हस्तिनापुर विधानसभा से चुनाव लड़ा था। पहली ही बार में दिनेश खटीक ने बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा को हरा कर जीत हासिल की। जिले की हस्तिनापुर विधानसभा से विधायक दिनेश खटीक योगी कैबिनेट में दूसरी बार राज्यमंत्री हैं।प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश खटीक ने 2022 में बीजेपी से दूसरी बार चुनाव लड़ा था। पहले कार्यकाल में उन्हें मंत्रीमंडल में फेरबदल करके सीएम योगी ने मंत्री बनाया था. दूसरी बार चुनाव जीते और फिर से उन्हें मंत्री बनाया गया। संघ से है परिवार का पुराना नाता दिनेश खटीक शुरू से ही भाजपा में रहे हैं और संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। इनके पिता भी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। इनके भाई नितिन खटीक जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। जानकारी के अनुसार विधायक दिनेश खटीक का फलावदा में ईंट भट्टे का व्यवसाय है। वर्तमान में वह मेरठ के गंगानगर में रहते हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम के सामने किए गए इस एलान के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या दिनेश खटीक अगले चुनाव में अपनी सीट बदलेंगे या सक्रिय राजनीति से विश्राम लेंगे। फिलहाल, उनके इस ‘श्रापित भूमि’ वाले बयान ने विपक्षी दलों को भी चर्चा का नया मौका दे दिया है। क्या है हस्तिनापुर का वो ‘मिथक’ कहा जाता है कि हस्तिनापुर से जो भी विधायक दोबारा चुनाव लड़ता है, वह हार जाता है। हस्तिनापुर के बारे में एक मिथक अभी भी बरकरार है। माना जाता है कि जिस पार्टी का यहां से विधायक बनेगा, उसी की प्रदेश में सरकार बनेगी। विपक्ष में रहने वाली पार्टियां हर बार इस मिथक को तोड़ने का प्रयास करती हैं, लेकिन अभी तक असफलता हासिल हुई है। दिनेश खटीक ने इस राजनीतिक मिथक को पौराणिक आधार देते हुए इसे महाभारत काल की द्रौपदी के श्राप से जोड़ दिया है। राज्यमंत्री का यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा।
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