वाराणसी में तेज पछुआ हवा के कारण गलन से राहत नहीं मिल रही। धूप नहीं निकलने से शीत दिवस जैसी स्थिति बन गई हैं। हालांकि तेज हवा के बावजूद कोहरा ज्यादा घना नहीं रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ला-नीना के प्रभाव से प्रशांत महासागर से आ रही ठंडी हवाओं और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में जेट स्ट्रीम की स्थिति बनी है। इससे लोगों को ठंड का एहसास और तेज हो गया है। उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवा के तेज प्रवाह और अधिक नमी के कारण तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। ला-नीना के प्रभाव में भले ही अत्यधिक ठंड वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वैश्विक मौसमी परिघटना के चलते उत्तर और मध्य भारत में ठंडी हवाओं का प्रवाह तेज है, जिससे शीतलहर के साथ-साथ घने कोहरे की स्थिति बनी हुई है। ला-नीना के प्रभाव में भले ही अत्यधिक ठंडे दिन (पीक कोल्ड डेज) कम हों, लेकिन ठंड का असर लंबे समय तक बना रहता है। सामान्य से 7.7 डिग्री कम हुआ तापमान वाराणसी में बीते सोमवार को दिन का तापमान सामान्य से 7.7 डिग्री कम 15 डिग्री और रात का सामान्य से 2.4 डिग्री ज्यादा 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में दिन और रात का तापमान क्रमशः 1.5 और 2.2 डिग्री बढ़ा। दिन और रात के तापमान में अंतर केवल चार डिग्री रहा। हवा की रफ्तार करीब सात किमी प्रतिघंटा थी। वहीं आज सुबह का तापमान 21 डिग्री अधिकतम और न्यूनतम 10 डिग्री दर्ज किया गया है। पश्चिमी विक्षोभ करा सकता है बूंदाबादी मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अफगानिस्तान के ऊपर बने नए पश्चिमी विक्षोभ के 31 दिसंबर से आगे बढ़ने की संभावना है। ऐसे में पश्चिमी यूपी कई शहरों में बारिश की संभावना बन रही है। पूर्वांचल में तेज बारिश के आसार नहीं हैं, लेकिन कुछ जिलों में बूंदाबादी हो सकती है। तीन विमान रद्द और छह रहे विलंबित बाबतपुर एयरपाेर्ट पर सोमवार को स्पाइसजेट की दिल्ली-वाराणसी-दिल्ली, एयर इंडिया एक्सप्रेस की दिल्ली-वाराणसी-दिल्ली औऱ एयर इंडिया की दिल्ली-वाराणसी-दिल्ली विमान रद्द रहे। इसके अलावा कुल छह विमान देरी से एयरपोर्ट पर आए।
https://ift.tt/fhRD2gp
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply