DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

वाराणसी के राजघाट पुल पर 18 साल बाद मेगा ब्लॉक:चंदौली-बनारस आने वालों को दुश्वारियां, लोग बोले- एक पीपा पुल ही बनवा दें सरकार

137 साल पुरानी डफरिन ब्रिज (मालवीय पुल/राजघाट पुल) पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने मेगा ब्लॉक 13 जनवरी तक लिया है। इस दौरान पुल पर मौजूद 71 ड्रेनेज स्पाउट एक्सपेंशन ज्वाइंट को बदला जाएगा। पीडब्ल्यूडी की टीम मंगलवार रात 11 बजे से ही कार्य कर रही है। ऐसे में वाराणसी ट्रैफिक विभाग ने भी मेगा डायवर्जन प्लान जारी किया है और राजघाट पुल को नो व्हीकल जोन बना दिया गया है। इसपर सिर्फ पैदल और साईकिल को आवाजाही की इजाजत है। ऐसे में चंदौली से वाराणसी को जोड़ने वाले लाइफ लाइन पुल से आने जाने वालों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। किसी का एग्जाम छूटा तो किसी को ऑफिस में बॉस सेडांट मिली। सभी ने सरकार को पहले वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही। उसके बाद ब्लॉक लगाने को कहा। स्कूल-कालेज जाने वालों ने बताया एग्जाम के टाइम यह हुआ है। हमें डर है कि कहीं हमारा एग्जाम छूट न जाए। वहीं ऑफिस में जॉब करने वाले बोले कोई न कोई विकल्प तो होना चाहिए। ऐसे में दैनिक भास्कर राजघाट पुल पहुंचा और वहां से पैदल गुजर रहे लोगों से बातचीत की साथ ही अधिकारियों को समस्या बताओ तो अधिकारियों ने क्या कुछ कहा; पढ़िए इस रिपोर्ट में… सबसे पहले जानिए रात 11 बजे मंगलवार को क्या हुआ ? पुल को बंद किया गया तो लोगों ने किया हंगामा
राजघाट पुल पर ड्रेनेज स्पाउट एक्सपेंशन ज्वाइंट मरम्मत कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने 13 जनवरी तक ब्लॉक लिया है। इस दौरान किसी भी वहां का आवागमन पुल से नहीं होगा। ऐसे में 24 दिसंबर से शुरू होने वाले इस ब्लॉक को 23 दिसंबर की रत 11 बजे से ही शुरू किया गया जिसपर लोग आक्रोशित हो गए। जिन्हे नहीं पता तो वो पुलिस से बहस करते भी दिखे। 12 बजे की जगह 11 बजे ही बंद कर दिया गया
एसीपी ट्रेफिक ओमवीर सिंह सिरोही ने बताया – हमने पुल के दोनों तरफ बोल्डर रखकर बंद करना शुरू किया था रत 11 बजे और उस समय पड़ाव से कई बाइक अंदर घुस गयी जिनकी वजह से राजघाट पुल के पास बंद किया गया रास्ता फिर खोला गया। इसमें समय लगा और रात करीब साढ़े 12 बजे बंद किया गया। कुछ लोग इसी बात पर हंगामा कर रहे थे कि कुछ को जाने दिया हमें रोक दिया। अब जानिए 24 दिसंबर सुबह का हाल… कैसी हुई दुश्वारियां लोग दिखे बेहाल सुबह से लग गई पैदल की कतार, लोग परेशान
सुबह 9 बजे जब दैनिक भास्कर पड़ाव चौराहे पर पहुंचा तो बैरिकेडिंग वाराणसी पुलिस ने की हुई थी। उसके बावजूद कार और दो पहिया वाहन सवार पुल की तरफ जाने की जिद कर रहे थे। जिन्हे पुलिसकर्मी समझाकर वापस भेज रहे थे। सूजाबाद चौकी के पास 50 से अधिक मोटरसाइकिल वाले मौजूद थे जबकि यातायात पुलिस का बड़ा-बड़ा साइनेज लगा हुआ था कि सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित हैं। पैदल जाने वालों की कतार लगी थी लेकिन लोग प्रशासन के इस मनमाने रवैये से नाराज थे। पुल की मरम्मत से पब्लिक को दिक्कत
स्थानीय निवासी और मॉर्निंग वॉकर नारायण यादव ने बताया – पुल की मरम्मत से पब्लिक को दिक्कत है। हम लोग रोजाना आते-जाते हैं। हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन जो लोग यात्री हैं। वो बीच-बीच में बैठ-बैठ कर पुल को क्रास कर रहे हैं। वहीं एक अन्य संजय यादव ने बताया – मै स्थानीय हूं, लेकिन पुल बंद होने से काफी दिक्कत है। ट्रेन और फ्लाइट पकड़ने वालों को काफी दिक्कतों को का सामना करना पड़ रहा है। यातायात विभाग ने क्लियर नहीं किया की कब बंद करेंगे। इससे काफी दिक्कत हुई। सरकार ने एक नया ब्रिज बनाने की कवायद कर रहा है लेकिन हाल फिलहाल कोई वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए। नाव मुफ्त चलती तो राहत रहती
सूजाबाद के नईम अहमद अब 65 साल के हो गए हैं। कमर झुक गई है। आर्मी बैज के कारीगर नईम 20 वर्ष पहले सूजाबाद आये और मकान बनाकर यहीं रहने लगे। नईम ने कैमरे पर कुछ नहीं बोला। पर बताया कि अपना और अपनी पत्नी का खर्च बैज बनाकर चलाता हूं। लेकिन वहां भी समय से नहीं पहुंचो तो काम नहीं मिलता। ऐसे में ऑटो से जाता था लेकिन अब ऑटो नहीं चल रहा। रामनगर से घूमकर जाने में पैसे के साथ ही साथ समय भी ज्यादा लगेगा। इसलिए बुढ़ौती में पैदल पुल क्रास करना पड़ रहा है। साल 2007 में जब पुल बंद हुआ तब नीचे से नाव और बजड़ा चल रहा था। सिर पर खिचड़ी लादकर पहुंचे जितेंद्र सिंह
जितेंद्र सिंह चंदौली से अपनी बेटी की खिचड़ी लेकर गाजियाबाद जा रहे हैं। पड़ाव पहुंचे तो ऑटो ने कहा आप अब पैदल जाइये। जितेंद्र ने कहा – हमें पहले से पता ही नहीं था। हमें ट्रेन पकड़नी है। गाजियाबाद जाना है। लेकिन अब क्या होगा पता नहीं क्योंकि पैदल बोझा लेकर कितनी देर में उस पर पहुंचूंगा यह कह नहीं सकता। जितेंद्र ने कहा सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए की पब्लिक का क्या होगा। वहीं पुराने पुल की पूजा भी अपनी बेटी की खिचड़ी पहुंचाने जा रही थीं। पैदल ही घर से निकल पड़ीं। सिर पर बोझ लिए पूजा ने झल्लाते हुए कहा बहुत दिक्कत है। अब पैदल ही जा रहे क्या करें। पढ़ाने और पढ़ने जाने वालों की दिक्कत
सरिता पटेल वाराणसी की रहने वाली हैं और चंदौली के राजकीय इंटर कालेज में अध्यापिका हैं। सरिता ने बताया दो साल से वो जॉब कर रही हैं। सरिता ने बताया – आज से बहुत समस्या हो गयी पैदल जाना पड़ रहा है। प्रशासन को चाहिए की कम से कम बलुआ पुल को शुरू कर दें। ताकि समस्या का संधान हो सके। प्लान वे में काम होना चाहिए। जिन्हे चंदौली से वाराणसी आना है वो तो आसानी से आ जाएंगे लेकिन वाराणसी से सुबह चंदौली ड्यूटी करने वालों को बहुत दिक्कत हो रही है। कुछ करना चाहिए सरकार को। हिमांशी गुप्ता मुगलसराय की रहने वाली हैं और हरिश्चंद्र कालेज में पढती हैं। उनका एग्जाम चल रहा है। 10 बजे से एग्जाम था और 9 बजकर 27 मिनट पर वो राजघाट पुल पर थीं। बोली भइया लेट हो रहा 10 बजे से पेपर है। बात नहीं कर पाएंगे। वहीं प्रियंका सिंह बसंत कालेज, राजघाट में स्टूडेंट हैं। बोली बहुत दिक्कत हो रही है। लेकिन अभी छुट्टी हो जाएगी तब तक शायद ठीक हो जाए पर तू व्हीलर आती तो अच्छा रहता। हम लोगों के लिए प्रॉब्लम बढ़ गयी है। कुछ ने कहा बनना जरूरी, वरना आगे दिक्कत होगी
चुनार में एएनएम वाराणसी की मनभा कुमारी ने बताया – पुल बंद होने से दिक्कत हो गई है। लेकिन इसका बनना भी जरूरी है। क्योंकि यह जर्जर हो गया है। थोड़े दिन की दिक्कत है लेकिन बाद में सब सही रहेगा। अब जानिए पुलिस ने क्या किया है रुट डायवर्जन और क्या होगी वैकल्पिक व्यवस्था ? वाराणसी ट्रैफिक पुलिस ने पुल पर नो व्हीकल जोन बनाया है। ऐसे में सभी गाड़ियां सामने घाट होकर शहर में जा रही हैं। वहीं मालवाहकों को विश्व सुंदरी पुल से गंतव्य को भेजा जा रहा है। एसीपी ट्रैफिक ने बताया – मरम्मत का कार्य अति आवश्यक था। बाइक से व्यवधान हो रहा था। इसलिए उसे भी प्रतिबंधित किया गया है। थोड़ी दिक्कत तो होगी ही
एसीपी ने बताया – लोगों को दिक्कत हो रही है लेकिन यदि ये नहीं बनेगा और बिना मरम्मत हुए कोई दिक्कत हुई तो काफी दिक्कतों का सामना करना पडेगा। ऐसे में आवागमन रोका गया। वहीं उनसे जब वैकल्पिक व्यवस्था की बात कही गयी तो उन्होंने कहा जब तक इंसान नाव तक जाएगा उतनी देर में पुल पार कर जाएगा। उन्होंने अपनी घडी दिखाई और कहा मुझे 13 मिनट लगे तो कोई भी आदमी उसे 15 मिनट में क्रास कर सकता है। जानिए डायवर्जन प्लान जो 13 जनवरी तक वाराणसी में लागू है… 1 – ड्रेनेज स्पाउट एक्सपेंशन ज्वाइंट के मरम्मत के कार्य को दौरान 24 दिसंबर से 13 जनवरी तक नमो घाट से पड़ाव चौराहे तथा पड़ाव चौराहे से नमोघाट की तरफ केवल पैदल व्यक्ति को आवाजाही की अनुमति होगी। 2 – उक्त कार्य के दौरान नमो घाट से पड़ाव तथा पड़ाव से नमोघाट की किसी भी प्रकार के वाहन नहीं जाएंगे। इस दौरान रामनगर सामने घाट पुल से केवल दो पहिया, आटो, ई-रिक्शा, हल्के चार पहिया, एम्बुलेंस, शव वाहनो, की आवाजाही होगी। 3 – इस 25 दिन की अवधि में राजघाट/सामने घाट पुल से सभी प्रकार के सवारी वाहनों एवं हल्के भारी मालवाहकों का आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। 5 – राजघाट पुल से सभी प्रकार के वाहनों का आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। 6 – इस दौरान ट्रामा सेन्टर चौराहे तथा मालवीय चौराहे पर अधिक दबाव होने के करण विश्व सुन्दरी पुल तथा डाफी टोल प्लाजा के बीच में पड़ने वाले लौटूबीर अण्डर पास पर जर्सी बैरियर लगाया जायेगा। जिससे बीएचयू/ट्रामा सेन्टर आने वाले मरीजों को जाम से निजात मिल सके। 7 – इस दौरान चंदौली से वाराणसी तथा वाराणसी से चंदौली की तरफ आने वाले हल्के व भारी माल वाहकों, बसो का रामनगर चौराहे से टेंगरा मोड, विश्व सुन्दरी पुल, डाफी टोल प्लाजा होते हुए अमरा अखरी व मोहन सराय तथा चंदौली, पंचपेड़वा रिंगरोड होते हुए वाराणसी शहर में आवाजाही की जा सकेगी


https://ift.tt/iQv4xBy

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *